Rail Roko Andolan : केंद्रीय के कृषि कानूनों (New Fram Laws) के खिलाफ किसानों का आंदोलन (Farmer Protest) जारी है. इसे लेकर किसानों की सरकार के साथ बातचीत अब तक समाधान तक नहीं पहुंच पाई है. कृषि कानूनों को लेकर सरकार और किसानों के बीच अब तक 11 राउंड की बात हो चुकी है, लेकिन कोई सर्वसम्मति नहीं बन पाई है. इस बीच किसानों ने अपना आंदोलन और तेज करते हुए 18 फरवरी यानी गुरुवार को रेल रोको आंदोलन (Rail Roko Andolan) की घोषणा की है. किसानों के रेल रोको आंदोलन के मद्देनजर भारतीय रेलवे ने खास तैयारी की है.
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किसानों के रेल रोको आंदोलन को लेकर आरपीएफ के डीजी अरुण कुमार ने कहा कि इसे ध्यान पर रखकर हमने GM के साथ आंतरिक बैठक की है. जनरल मैनेजर को कहा गया है कि स्थानीय स्तर पर राज्य सरकार और डीएम, एसपी से संपर्क में रहें और इस बात पर नजर रखें कि कहां क्या स्थिति है. उन्होंने बताया कि आंदोलन की पहले से सूचना के आधार पर अतिरिक्त फोर्स की तैनाती की गई है. संवेदनशील इलाकों में नॉदर्न रेलवे का फिरोज़पुर, अंबाला डिवीजन और कुछ हिस्सा दिल्ली डिवीजन शामिल हैं. थोड़ा बंगाल, ईस्ट सेंट्रल रेलवे, हरियाणा, बिहार, पंजाब और दिल्ली डिवीजन में भी ज़्यादा फोर्स की तैनाती की गई है. यह कॉल सिर्फ चार घंटे का ही दिया है. उन्होंने आगे कहा कि हमारी कोशिश रहेगी कि स्थिति शांतिपूर्ण रहे और रेलवे के यात्रियों को कोई परेशानी न हो. संवेदनीशीलता की वजह से पंजाब, यूपी, हरियाणा, बंगाल, बिहार में खास सतर्कता बरती जा रही है.
संयुक्त किसान मोर्चा ने की शांति बनाए रखने की अपील
संयुक्त किसान मोर्चा ने प्रदर्शनकारियों से गुरुवार को घोषित रोल रोको कार्यक्रम के दौरान शांति बनाए रखने की अपील की है. केंद्रीय कृषि कानून के विरोध में चल रहे किसानों के आंदोलन के तहत मोर्चा की तरफ से गुरुवार को दोपहर 12 से 4 बजे तक देशभर में रेल रोको कार्यक्रम का ऐलान किया गया है.
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देश की राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर 26 नवंबर 2020 से डेरा डाले किसानों की अगुवाई करने वाले संगठनों का संघ संयुक्त मोर्चा के नेता डॉ. दर्शनपाल ने बुधवार को एक बयान में कहा कि 18 फरवरी को देशभर में रोल रोको कार्यक्रम में सभी से शांतिपूर्ण प्रदर्शन की अपील की जाती है. दोपहर 12 से 4 बजे तक रेल रोकने का कार्यक्रम है जिसमें देशभर से समर्थन की उम्मीद है.आंदोलनकारी केंद्र सरकार द्वारा पिछले साल लाए गए तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर फसलों की खरीद की गारंटी की मांग कर रहे हैं.
जानें बीकेयू नेता राकेश टिकैत क्या बोले
भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नेता राकेश टिकैत ने बुधवार को घोषणा की कि केंद्र के नए कृषि कानूनों का विरोध करने वाले किसान समूह गुरुवार को देशभर में 'रेल रोको' आंदोलन करेंगे. विरोध प्रदर्शन दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक किया जाएगा. उन्होंने कहा कि पिछले आठ महीनों से केंद्र कई ट्रेनों को संचालन की अनुमति नहीं दे रहा है, इस तथ्य के बावजूद कि लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है और कई अन्य प्रतिबंध हटा लिए गए हैं. बीकेयू नेता ने कहा कि उनके गांवों के लोग भी इस विरोध में हिस्सा लेंगे. ट्रेनों से यात्रा करने वाले बच्चों के लिए व्यवस्था की गई है.
Source : News Nation Bureau