केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का आंदोलन जारी है. कृषि कानून के खिलाफ एक तरफ किसान सरकार को घेरते नजर आ रहे हैं तो दूसरी ओर विपक्षी पार्टियों के नेता भी सरकार पर कृषि कानून के खिलाफ दबाब बना रहे हैं. इसी क्रम में भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने बुधवार को कहा कि 'रेल रोको आंदोलन' गुरुवार को दोपहर 12 बजे से शाम चार बजे तक होगा. बीकेयू के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने आईएएनएस को बताया कि केंद्र सरकार कई प्रतिबंधों को हटाने के बावजूद कई महीनों से ट्रेनों के संचालन की अनुमति नहीं दे रही है. इसके कारण लोगों को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. टिकैत ने कहा कि उनके गांवों के लोग गुरुवार को 'रेल रोको आंदोलन' में हिस्सा लेंगे. संयुक्ता किसान मोर्चा की ओर से 'रेल रोको आंदोलन' की घोषणा की गई है.
आपको बता दें कि इससे पहले कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने दूसरी बार उत्तर प्रदेश दौरा किया था. इस दौरान पंचायतों में शामिल होकर उन्होंने किसानों को संबोधित किया था. राकेश टिकैत ने प्रियंका गांधी के पंचायतों में शामिल होने पर कहा कि वह पंचायत में जा रही हैं तो हम किसको रोक सकते हैं, पंचायत करनी चाहिए सबको. प्रियंका दिल्ली में ही बैठी हैं तो यहां ही क्या करें? गांव में घूमने जाना चाहिए.
लेकिन महापंचायतों में राजनीतिक दखल के लिए किसान पहले ही मना कर चुके थे? इस सवाल के जवाब में टिकैत ने कहा था कि हम थोड़ी महापंचायत करा रहे हैं. वे अपनी पंचायत कर रहें होंगे, हमारी यूनियन की नहीं है. महापंचायत जो हो रही है क्या वे किसान नहीं है? इसपर टिकैत ने कहा कि कोई जा रहा है और पंचायत का नाम ले रहा है तो पंचायत शब्द पर बैन थोड़ी न है, पंचायत सभी को करनी चाहिए.
गर्मियों के इंतजाम पर राकेश टिकैत ने कहा था कि हर तरह का इंतजाम किया जा रहा है कूलर लगेंगे पानी की व्यवस्था होगी जनरेटर की व्यवस्था भी होगी. किसान कम हो रहा है? धरना लंबा चलेगा उनकी ड्यूटी शिफ्ट वाइज लगती रहेगी. क्या किसानों को उम्मीद है सरकार उनकी मांगों को मान लेगी पर राकेश टिकैत ने कहा. किसान नाराज होगा उनका प्रचार करता फिरे गाना राजे का हर जगह मीटिंग हो रही है पूरा देश का किसान अपने घर अपने खेत से आंदोलन चलाएगा वह यहां पर भी रहेगा बड़ी-बड़ी मीटिंग में भी देशभर में होंगी.
Source : News Nation Bureau