रेलमंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को नौ 'सेवा सर्विस' ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, जिसका मकसद लागों के लिए छोटे शहरों से बड़े नगरों तक की यात्रा को सुगम बनाना है. रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार, इनमें पांच ट्रेनों का परिचालन रोजाना होगा, जबकि बाकी चार ट्रेनें सप्ताह में छह दिन चलेंगी. छोटे शहरों और बड़े नगरों के बीच यात्रा की बेहतर सुविधा प्रदान करने के मकसद से रेल मंत्रालय ने हाल ही में 'सेवा सर्विस' की पहल के तहत 10 ट्रेनों का परिचालन शुरू करने को मंजूरी दी थी.
ट्रेनों का परिचालन शुरू करने के लिए आयोजित कार्यक्रम में यहां केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन, धर्मेद्र प्रधान और रेल राज्यमंत्री सुरेश सी. अंगाडी भी मौजूद थे. इस मौके पर गोयल ने कहा, "भारतीय रेल पर्वितनकारी कदम उठा रही है. मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त करना चाहता हूं कि उन्होंने रेलवे पर विशेष ध्यान दिया है और बजट के माध्यम से रेलवे की तरक्की के लिए धन मुहैया करवाया है." गोयल ने कहा, "वह (मोदी) हमेशा रेलवे के संसाधनों और तंत्र का अधिकतम उपयोग करने की सलाह देते हैं. लोगों की मांग थी कि छोटे शहरों तक ट्रेन की पहुंच हो, इसलिए हमने सेवा सर्विस ट्रेन शुरू की है."
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गोयल ने कहा कि बिना कोई खर्च या नये निवेश के रेलवे ने अपने उपलब्ध संसाधनों से इन ट्रेनों का परिचालन शुरू किया है. इनमें एक ट्रेन वडनगर से मेहसाना तक चलेगी. उन्होंने कहा, "वडनगर स्टेशन का चाय विक्रेता देश का प्रधानमंत्री बन गया है. वडनगर को मेहसाना रेलवे स्टेशन से जोड़ने वाली यह ट्रेन मोदीजी के लिए एक उपहार है." इसके अलावा, दिल्ली और शामली, भुवनेश्वर और नायागढ़ टाउन, मुरकोंगसेलेक्स और डिब्रूगढ, कोटा और झालावाड़ सिटी, कोयंबटूर और पलानी के बीच इन ट्रेनों का रोजाना परिचालन होगा. वहीं, सप्ताह में छह दिन चलने वाली ट्रेनें वडनगर, मेहसाना, असारया से हिम्मतनगर, करुर से सलेम, यशवंतपुर से तुमकुर और कोयंटूबर से पालाची के बीच चलेंगी.
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