स्वदेश निर्मित देश की पहली इंजन रहित और सबसे तेज ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस (ट्रेन 18) के प्रस्तावित किराये में रेलवे ने कटौती की है. दिल्ली से वाराणसी के बीच चलने वाली ट्रेन के लिए इससे एक दिन पहले ही पहली बार रेलवे ने किराये की घोषणा की थी. घटाई गई कीमतों के अनुसार अब दिल्ली से वाराणसी तक एसी चेयर कार के लिए 1,760 रुपये और एक्जीक्यूटिव चेयर कार में 3,310 रुपये देने होंगे, जो पहले क्रमश: 1850 रुपये और 3,520 रुपये तय किया गया था. वहीं वाराणसी से दिल्ली आने के क्रम में एसी चेयर कार के लिए 1,700 रुपये और एक्जीक्यूटिव चेयर कार में 3,260 रुपये देने होंगे. जो पहले के तय भाड़े के अनुसार क्रमश: 1,795 रुपये और 3,470 रुपये था.
रेलवे के अनुसार, दोनों किराया कैटरिंग शुल्क के साथ संलग्न है. इसके मुताबिक, इतनी दूरी के लिए मौजूदा शताब्दी ट्रेनों के मुकाबले ट्रेन 18 के चेयर कार का किराया 1.4 गुना और एक्जीक्यूटिव चेयर कार का किराया प्रीमियम ट्रेन में प्रथम श्रेणी ट्रेनों के वातानुकूलित सीटों के मुकाबले 1.3 गुना है.
बता दें कि ट्रायल रन के दौरान 180 किमी प्रति घंटे से अधिक की गति से चली ट्रेन 18 भारत की सबसे तेज गति से चलने वाली ट्रेन है. 15 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाने वाले हैं.
चेन्नई की इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) द्वारा निर्मित यह ट्रेन इंजन रहित है. इसका परिचालन परीक्षण रिसर्च डिजाइन एंड स्टैंडर्ड ऑर्गेनाइजेशन (आरडीएसओ), लखनऊ की देखरेख में किया गया है. परीक्षण के दौरान ट्रेन का 180 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से परिचालन सफल रहा. यह ट्रेन अधिकतम 200 किलोमीटर की रफ्तार से चलने में सक्षम है.
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रेल मंत्रालय ने पहले ही संकेत दे दिया था कि ट्रेन 18 का किराया शताब्दी एक्सप्रेस की तुलना में 40-50 प्रतिशत अधिक होगा. रेल मंत्री पीयूष गोयल ने पहले कहा था कि स्वदेश निर्मित ट्रेन 8 घंटे में 795 किलोमीटर की दूरी पूरी कर लेगी जो रूट की अन्य सबसे तेज ट्रेनों की तुलना में 35 फीसदी तेज है.
Source : News Nation Bureau