रेल मंत्रालय ने स्टेशनों के आधुनिकीकरण को लेकर अमृत भारत स्टेशन के नाम से एक नई नीति निकाली है. इसे दीर्घकालीन दृष्टिकोण के साथ विकास की परिकल्पना की है. स्टेशन के संरक्षण और जरूरत के अनुसार, दीर्घकालिक योजना और मास्टर प्लान के तत्वों के कार्यान्वयन के आधार पर इसका उद्देश्य विभिन्न स्टेशनों के लिए मास्टर प्लान तैयार करना और सुविधाओं को बढ़ाने के लिए चरणों में इसका कार्यान्वयन करना है, जिसमें न्यूनतम अनिवार्यता सुविधाएं (एमईए) भी शामिल है. लंबे समय में स्टेशन पर रूफ प्लाजा और सिटी सेंटर बनाने की भी मांग की जा रही है.
इस योजना का उद्देश्य स्टेशनों पर हितधारकों की जरूरतों को पूरा करना है. धन की उपलब्धता और प्राथमिकता के आधार पर कार्य पूरा किया जाना है.इसमें उन स्टेशनों को भी शामिल किया जाएगा, जहां विस्तृत तकनीकी-आर्थिक व्यवहार्यता अध्ययन किए गए हैं या किए जा रहे हैं, लेकिन रूफ प्लाजा के निर्माण का काम अभी तक शुरू नहीं किया गया है. यह सुनिश्चित करेगा कि मास्टर प्लान को उपयुक्त रूप से लागू किया जा रहा है और चरणबद्ध योजनाओं में संरचनाओं और उपयोगिताओं के स्थानांतरण पर अधिक जोर दिया जा रहा है.
उद्देश्यों को पूरा करने के लिए मास्टर प्लान में रूफ प्लाजा के सबसे उपयुक्त स्थान का विवरण होगा और अग्रभाग में लागत, कौशल में सुधार और सौंदर्यपूर्ण सुखद प्रवेशद्वार मंडप का प्रावधान होगा.
महत्वपूर्ण जानकारी के लिए एक प्रमुख स्थान पर सकुर्लेटिंग एरिया के प्रत्येक तरफ कम से कम एक सौंदर्यपूर्ण रूप से डिजाइन किया गया होर्डिग लगाया जाएगा. ऐसे होर्डिग का आकार 10 मीटर गुणा 20 मीटर से कम नहीं होना चाहिए.
सड़कों को चौड़ा करके अवांछित संरचनाओं को हटाकर उचित रूप से डिजाइन किए गए साइनेज, समर्पित पैदल मार्ग, सुनियोजित पार्किंग क्षेत्रों और बेहतर प्रकाश व्यवस्था के जरिए सुगम पहुंच सुनिश्चित करने के लिए स्टेशन के दृष्टिकोण में सुधार किया जाएगा.
Source : IANS