जम्मू में आयोजित शांति सम्मेलन (Shanti Sammelan in Jammu) में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राज बब्बर (Congress leader Raj Babbar) ने कहा कि अगर उस गांधी के इस मंच पर हम कांग्रेस की बात न करे तो गांधी की बात अधूरी रह जाती है. लोग कहते हैं G23, लेकिन मैं कहता हूं गांधी 23. महात्मा गांधी जिसके विश्वास के साथ में, जिसके इरादों के साथ में, जिसके सोच के साथ में इस देश का संविधान बना. आज उसको लेकर चलने के लिए कांग्रेस के लोग मजबूती से तैयार हैं. ये जी-23 कांग्रेस की मजबूती चाहती है.
कांग्रेस नेता सिंघवी बोले- ये सभी कांग्रेस परिवार का अभिन्न हिस्सा है
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नेता राहुल गांधी की उत्तर-दक्षिण से जुड़ी टिप्पणी और जी-23 (G-23) गुट की लगातार अनदेखी से पार्टी में असंतोष व्याप्त है. कांग्रेस के वरिष्ठ अभिषेक मनु सिंघवी (Abhishek Manu Singhvi) ने जम्मू में G-23 पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने न्यूज नेशन के सवाल पर जवाब दिया कि सभी सम्मानित व्यक्ति हैं. ये सभी कांग्रेस परिवार का अभिन्न हिस्सा हैं, जिनका हम आदर करते हैं.
#WATCH | "People say 'G23', I say Gandhi 23. With the belief, resolve & thinking of Mahatma Gandhi, this nation's law & Constitution was formed. 'G23' wants Congress to be strong," says Congress leader Raj Babbar at 'Shanti Sammelan' in Jammu pic.twitter.com/VdDUkfAOQY
— ANI (@ANI) February 27, 2021
कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि कांग्रेस को लगता है कि जब पांच राज्यों में चुनाव है तो ये नेता चुनावी राज्यों में कांग्रेस को मजबूत करते है. हमें और उन्हें गर्व है कि उन्होंने (गुलाम नबी आजाद) ने संसद में 7 टर्म बिताए हैं. सोनिया गांधी ने उन्हें जम्मू कश्मीर का मुख्यमंत्री बनाया, कभी मंत्री रहे कभी महासचिव. जिन लोगों ने आजाद के 'इस्तेमाल' पर सवाल उठाया है उन्हें शायद इस इतिहास की जानकारी नहीं है.
कांग्रेस ने गुलाम नबी आजाद का अनुभव समझा नहीं, कपिल सिब्बल का हमला
कांग्रेस को विकल्प ही नहीं मानने की दुहाई देने वाले वरिष्ठ कांग्रेसी नेता कपिल सिब्बल ने तो सीधे-सीधे परोक्ष रूप से गांधी परिवार की समझ को ही आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि हम नहीं चाहते थे के गुलाम नबी आजाद कभी संसद से मुक्त हों. उनके पास अनुभव है और कांग्रेस इनके अनुभव को समझ नहीं पा रही है. पता नहीं क्यों? सिब्बल के ही सुर में सुर मिलाते हुए आनंद शर्मा और भूपेंद्र सिंह हूडा ने भी अपने मन की बात की.
कांग्रेस नहीं समझ सकी आजाद का अनुभव
उन्होंने जम्मू में आयोजित 'शांति सम्मेलन' में कहा कि हम नहीं चाहते थे गुलाम नबी आज़ाद को पार्लियामेंट से मुक्त किया जाए. ऐसा इसलिए की गुलाम नबी आजाद के पास अनुभव है. हमें यह समझ नहीं आ रहा कि कांग्रेस पार्टी इनके अनुभव को समझ क्यों नहीं पा रही. बिहार विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस के स्थायी अध्यक्ष और संगठन की बात करने वाले कपिल सिब्बल ने कहा कि हम कांग्रेस के हर जिले में मजबूत करना चाहते थे. हम नहीं चाहते कि सशक्त विपक्ष की गैरमौजूदगी में देश कमजोर पड़े. इसके लिए हम कोई भी कुर्बानी देने के लिए तैयार भी हैं. इसके साथ ही कपिल सिब्बल ने मोदी सरकार को भी आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि सरकार जो गांधी के नाम पर बोलती है वह करती नहीं. गांधीजी सच के रास्ते पर चलते थे, लेकिन यह सरकार झूठ के रास्ते चल रही है. गांधीजी अहिंसा के रास्ते पर चलते थे और ये हिंसा के रास्ते पर चल रहे हैं.
Source : News Nation Bureau