राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में ऐतिहासिक जीत दर्ज करने के बाद कांग्रेस में मुख्यमंत्रियों को लेकर गहमागहमी शुरू हो गई है. बीजेपी शासित प्रदेशों में जीत हासिल करने के बाद राजस्थान और मध्य प्रदेश का सीएम कौन बनेगा, इस बड़े सवाल को लेकर दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री पद के दावेदारों को दिल्ली तलब कर लिया गया है.
कांग्रेस पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद राहुल गांधी के लिए मुख्यमंत्री पद के दावेदारों पर अंतिम फैसला लेना बड़ी चुनौती है. कांग्रेस अध्यक्ष इस सवाल में बुरी तरह से फंसे हुए दिखाई पड़ रहे हैं. यही वजह है कि राजस्थान से सीएम दावेदार अशोक गहलोत और सचिन पायलट के साथ-साथ मध्य प्रदेश के सीएम दावेदार कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया आज सुबह ही दिल्ली पहुंच गए हैं.
दोनों राज्यों के सीएम पद के दावेदार यहां पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से मिलेंगे. इस अहम मुलाकात में पार्टी के कई आला नेताओं की मौजूदगी भी तय है, जहां राजस्थान और मध्य प्रदेश के सीएम पर आखिरी फैसला लिया जा सकता है.
यहां पढ़ें मध्य प्रदेश और राजस्थान के मुख्यमंत्री पद के सभी दावेदारों का ब्योरा-
कमलनाथ
कांग्रेस की मध्यप्रदेश इकाई के अध्यक्ष कमलनाथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं. कमलनाथ का जन्म 18 नवम्बर 1946 को उत्तर प्रदेश के औधोगिक शहर कानपुर में हुआ था. देहरादून के दून स्कूल से पढ़ाई करने के बाद कमलनाथ ने कोलकाता के सेंट ज़ेवियर कॉलेज से उच्च शिक्षा हासिल की. वो 34 साल की उम्र में वो छिदवाड़ा से जीत कर पहली बार लोकसभा पहुंचे थे. आपको जानकर हैरत होगी कि उनका दिल्ली कार्यालय 24 घंटे कार्यकर्ताओं के लिए खुला रहता है और वो चुनाव अभियान के लिए हेलीकॉप्टरों और सैटेलाइट फोन इस्तेमाल करने वाले शुरूआती नेताओं में से एक हैं. कमलनाथ का मध्य प्रदेश से सिर्फ राजनीतिक रिश्ता है मुख्यरूप से वह पश्चिम बंगाल के हैं.
ज्योतिरादित्य माधवराव सिंधिया
नई पीढ़ी के नामचीन नेताओं में शुमार ज्योतिरादित्य माधवराव सिंधिया का जन्म एक जनवरी 1971 को बंबई में हुआ था. उनके पिता के नाम माधव राव सिंधिया है और मां का नाम माधवी राजे सिंधिया है. उनके पिता माधवराव सिंधिया की गिनती कांग्रेस के कद्दावर नेताओं में होती थी. वे कांग्रेस सरकार में केंद्रीय मंत्री भी रहे. ज्योतिरादित्य की स्कूली शिक्षा देहरादून के दून स्कूल के कैंपियन स्कूल में हुई. उन्होंने आगे की पढ़ाई हार्वड यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र में की और 1993 में ग्रेजुएट हुए. उन्होंने 2001 में स्टैंडफोर्ड ग्रेजुएट स्कूल ऑफ बिजनेस से एमबीए की डिग्री ली. 1947 में देश आजाद होने पर ग्वालियर भारत का अंग बन गया लेकिन जीवाजीराव को मृत्यू तक महाराजा का खिताब और विशेषाधिकार रखने की इजाजत दी गई. उनके बेटे माधवराव सिंधिया को भी महाराजा के नाम से बुलाया जाने लगा.
हालांकि 1971 में 26वें संविधान संशोधन में सभी राजसी उपाधियों, विशेषाधिकारों और प्रवी पर्स को खत्म कर दिया गया. वे ग्वालियर राजघराने से तालुक रखते हैं. इनके पूर्वज ने ग्वालियर पर शासन किया था.
अशोक गहलोत
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का जन्म 3 मई 1951 को जोधपुर में हुआ था. अशोक गहलोत कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेताओं में से एक हैं. इन्होंने विज्ञान और कानून में स्नातक डिग्री प्राप्त की और अर्थशास्त्र विषय लेकर स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त की. वह वर्तमान में कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और संगठनों और प्रशिक्षण के प्रभारी हैं. वह 1998 से 2003 तक और फिर 2008 से 2013 तक राजस्थान के मुख्यमंत्री थे. वह राजस्थान के जोधपुर से हैं. गहलोत इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और पीवी नरसिम्हा राव के कार्यकाल में केंद्र में मंत्री भी रहे हैं. वह तीन बार केंद्रीय मंत्री भी रहे हैं.
सचिन पायलट
सचिन पायलट का जन्म 7 सितंबर सन् 1977 को उत्तरप्रदेश के सहारनपुर में हुआ था. नोयडा में वेदपुरा उनका पुश्तैनी गांव है. उनके पिता राजेश पायलट कांग्रेस के जाने-माने नेता और केंद्रीय मंत्री थे.सचिन पायलट ने अपनी स्कूली शिक्षा नई दिल्ली के एयर फ़ोर्स बाल भारती स्कूल से प्राप्त की तथा नई दिल्ली के ही सेंट स्टीफ़ेंस कॉलेज से स्नातक किया, तत्पश्चात उन्होंने अमेरिका के पेंसिलवेनिया विश्वविद्यालय से प्रबंधन में स्नातकोत्तर की उपाधि प्राप्त की. सचिन पायलट ने सन् 2004 में सारा अब्दुल्लाह से विवाह किया, जो कश्मीर के दिग्गज नेता फ़ारुक अब्दुल्ला की बेटी हैं. सचिन पायलट के दो बेटे हैं नाम आरान और वेहान पायलट.
Source : NEWS NATION BUREAU