राजस्थान की सत्तारूढ़ कांग्रेस में सियासी खींचतान के बीच अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली सरकार से संकट के बादल छंटते नजर आ रहे हैं. सचिन पायलय के बगावती तेवर और राज्य सरकार के पास अल्पमत का दावा करने के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शक्ति प्रदर्शन किया है. वह अपने आवास पर 100 से अधिक विधायकों को जुटाने में कामयाब हुए हैं. इस दौरान अपनी सरकार को लेकर बेहद आश्वस्त नजर आ रहे गहलोत ने मीडिया को अपने आवास में बुलाया है, जहां उन्होंने विधायकों की संख्या का शक्ति प्रदर्शन कर विक्ट्री साइन दिखाया.
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जयपुर में अभी कांग्रेस विधायक दल की बैठक चल रही है. जिसमें राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी अविनाश पांडे और राज्यसभा सांसद के सी वेणुगोपाल के अलावा रणदीप सुरजेवाला और अजय माकन मौजूद हैं. हालांकि अभी इस बैठक से डिप्टी सीएम सचिन पायलट समेत लगभग 18 विधायक नदारद बताए जा रहे हैं. सचिन पायलट दावा कर रहे हैं कि उनके पास अभी 25 विधायक मौजूद हैं, ऐसे में कांग्रेस के पास 100 से ज्यादा विधायक मौजूद होने का दावा गलत है. जबकि दूसरी ओर अशोक गहलोत यह दावा कर रहे हैं कि उनके पास 102 विधायक हैं.
#WATCH Rajasthan: Chief Minister Ashok Gehlot, Congress leaders and party MLAs show victory sign, as they gather at CM's residence in Jaipur.
— ANI (@ANI) July 13, 2020
The Congress Legislative Party meeting has begun. pic.twitter.com/FowLM7CAGA
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बता दें कि अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच सियासी शह मात का खेल चल रहा है. जिससे कांग्रेस की सरकार लुढ़कने की कगार पर पहुंच चुकी है. राजस्थान विधानसभा में 200 सीटें हैं. विधानसभा में अभी कांग्रेस के पास 107 विधायक हैं. कांग्रेस को अन्य निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन मिला हुआ है. जिसे मिलाकर कांग्रेस के पास विधायकों की संख्या 123 पहुंचती है.
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जबकि बीजेपी के 72 विधायक हैं और 3 अन्य छोटे दलों के विधायक का समर्थन मिलने के बाद उसके पास कुल 75 विधायक हैं. लेकिन कांग्रेस संगठन के 123 विधायकों में से 25 विधायकों के समर्थन का दावा सचिन पायलट कर रहे हैं. जो गहलोत सरकार के लिए मुसीबत खड़ी कर सकते हैं. क्योंकि विधानसभा में बहुमत के लिए 101 सीटों की जरूरत है. उधर, गहलोत भी यह दावा कर रहे हैं कि बैठक में उनके पास बहुमत सिद्ध करने का संख्या है. यानी उनके पास 100 से ज्यादा विधायक हैं. जिसके बाद वह सरकार को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त हैं.