Vaibhav Gehlot ED Interrogation Today: राजस्थान में चुनाव से पहले सत्तारूढ़ कांग्रेस के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे को ED ने समन भेजकर आज पेश होने के लिए कहा कहा. वैभव गहलोत भी ED के दफ्तर में आज जाएंगे और वो उनके सभी सवालों के स्पष्ट जवाब देंगे. ED से समन आने के बाद वैभव गहलोत ने मीडिया को दिए बयान में इस बात की पुष्टि भी की है. सूत्रों के हवाले से मिली खबर के अनुसार प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारी वैभव गहलोत से FEMA केस में सवाल जवाब करेंगे. इतना ही नहीं वैभव के द्वारा दिए गए बयान को रिकॉर्ड भी किया जाएगा. वैभव गहलोत पर क्या-क्या आरोप लगे हैं और ED ने किस आधार पर उन्हें समन जारी किया है आइए सब जानते हैं.
आय से अधिक संपत्ति का है मामला - कैसे लगा आरोप
- जून में राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा ने ईडी में इसकी शिकायत की थी. उन्होंने वैभव गहलोत पर होटल फेयरमाउंट में मॉरीशस की शैल कंपनी की ओर से करीब 100 करोड़ के निवेश के आरोप लगाए थे.
- वैभव गहलोत की कंपनी के खिलाफ साल 2012 में भी बीजेपी ने आरोप लगाए थे. बाद में साल 2015-16 में ईडी ने जांच शुरू की थी.
- वैभव के बिजनेस पार्टनर रतन कांत शर्मा ने मार्च 2007 में ट्राइटन होटल्स एंड रिसोर्ट प्रा. लि. कंपनी रजिस्टर कराई थी.
- अप्रैल 2007 में इस कंपनी के 100 रुपये कीमत वाले 2 लाख 27 हजार शेयर रतन और उसकी पत्नी जूही के नाम थे. इसके अलावा 14 हजार 500 शेयर भी जूही के नाम थे.
- जुलाई 2011 में ट्राइटन होटल्स के 2500 शेयर मॉरीशस की कंपनी शिवनार होल्डिंग्स को 39 हजार 900 प्रीमियम पर दिए गए.
- इसके बाद ईडी में कंपनी, इसके निर्देशकों और प्रमोटरों के ठिकाने पर छापेमारी की थी. ईडी के सूत्रों से ये बात सामने आयी कि राजस्थान टूरिज्म से जुड़े ट्राइटंस होटल एंड रिजॉर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड तथा वर्धा एंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड नाम के दो समूहों पर मनी लांड्रिंग के जरिए ज्ञात सोर्स से अधिक राशि जुटाने के आरोप लगे थे.
- वैभव गहलोत की कंपनी पर शैल कंपनियों के जरिए 100 करोड़ रुपये मॉरीशस भेजने के आरोप है.
चार ठिकानों पर ED ने मारा था छापा
कुछ महीने पहले अगस्त में जयपुर, उदयपुर, दिल्ली और मुंबई में इनके ठिकानों पर छापेमारी कर ED ने 1.2 करोड़ रुपये की नगदी जब्त किए थे. वैभव गहलोत से आज इस मामले पर भी सवाल पूछे जाएंगे. इसके अलावा उनके करीबी दोस्त और बिज़नेस पार्टनर रतन कांत शर्मा भी जांच के दायरे में हैं.
ईडी ने विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के तहत दर्ज मामले में वैभव को नोटिस भेज कर आज (27 अक्टूबर 2023) शुक्रवार को दिल्ली या जयपुर स्थित दफ्तर में हाजिर होने के लिए कहा था. ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब वैभव गहलोत का ईडी का समन भेजा गया हो 12 साल पहले भी इन्हें समन भेजा गया था जिस बारे में उन्होंने मीडिया को बताया "12 साल पहले भी मुझे ईडी ने समन भेजा था, तब भी हमने उनके साथ सहयोग किया था. उनके समन का जवाब दिया था. इस बार भी हमें अंदेशा था कि चुनाव के दौरान हमें फिर बुलाया जा सकता है और इस बार भी हम उनके समन का जवाब देंगे." वैभव ने कहा,"मैं भागूंगा नहीं ना ही डरने वाला हूं. हर सवाल का जवाब दूंगा." तो ये साफ है कि आज वो ईडी की पूछताछ का हिस्सा बनेंगे.
अब जयपुर के प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के दफ्तर में अधिकारियों के किन सवालों का जवाब देने में वो कामयाब रहते हैं या सवालों के घेरे में फंस जाते हैं ये तो पूछताछ शुरु होने के बाद ही सामने आएगा.
Source : News Nation Bureau