जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में पाक की नापाक हरकत के बीच भारतीय वायुसेना ने अपना दम-ख़म दिखाया. जैसलमेर की चांधण फील्ड फायरिंग रेंज में भारतीय वायुसेना ने सबसे बड़ा युद्धाभ्यास वायुशक्ति-2019 आयोजित किया. पाकिस्तान की सीमा के पास पोखरण रेंज में वायुसेना के लड़ाकू विमान आसमान में गरजे. युद्धाभ्यास के दौरान दुश्मनों के ठिकानों को बर्बाद करने का ताकतवर प्रदर्शन किया. वायुसेना के 137 लड़ाकू विमान अपनी ताकत दिखाते हुए नज़र आये. युद्धाभ्यास में मिग 21 बाइसन, मिग -27, मिग- 29 जैगुआर, सुखोई -30 जैसी लड़ाकू विमानों ने शक्ति प्रदर्शन किया. इस मौके पर भारतीय सेना के वायुप्रमुख बीएस धनोआ और सचिन तेंदुलकर भी मौजूद रहे. इस दौरान मौके पर उन्होंने कहा कि वह किसी भी ऑपरेशन के लिए तैयार है. युद्धाभ्यास 'वायु शक्ति' की इस बार थीम 'सिक्योरिंग द नेशन इन पीस एंड वॉर' है. कई लड़ाकू विमानों ने अपना शक्ति-प्रदर्शन किया.
इस युद्धाभ्यास में दो घंटे तक वायुसेना के 137 लड़ाकू विमान और हेलीकाप्टर निशाने को ध्वस्त करते हुए नज़र आये. इस दौरान आकाश और अस्त्र मिसाइलों के साथ जीपीएस और लाज़र गाइडेड बम, हेलीकाप्टर गनों का इस्तेमाल किया गया. युद्धभ्यास के रात की तसवीरें सामने आई है, जिसमें पूरा नजारा तिरंगे की रोशनी में नहाया हुआ है.
वायुशक्ति अभ्यास के दौरान वायुसेना ने हल्के लड़ाकू विमान तेजस, उन्नत हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर जैसे देशी जंगी वायुयानों की मारक क्षमता एवं सतह से हवा में मार करने वाली आकाश, हवा से हवा में मार करने वाली अस्त्र मिसाइल की प्रभावकारिता का प्रदर्शन किया. लड़ाकू जेट और हेलीकॉप्टरों ने दिन और रात के दौरान अपने लक्ष्यों को भेदा. ऐसा पहली बार है कि उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर और आकाश को सैन्य अभ्यास में लगाया गया.
वायुसेना ने अभ्यास के दौरान हवा से जमीन की भूमिका में उन्नत मिग 29 लड़ाकू जेट को भी तैनात किया. सुखोई 30, मिराज 2000, जगुआर, मिग 21 बिसन, मिग 27, मिग 29, आईएल 78, हरकुलस, एएन 32 विमानों समेत 137 विमानों ने इस अभ्यास में हिस्सा लिया.