राजस्थान में कांग्रेस ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के नेतृत्व में जारी राज्यव्यापी गौरव यात्रा को रोकने की मांग की है और उन पर सरकारी तंत्र के दुरुपयोग का आरोप लगाया है। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष सचिन पायलट ने सोमवार को कहा कि उच्च न्यायालय द्वारा यात्रा के लिए सरकारी तंत्र के दुरुपयोग पर आपत्ति जताने के बावजूद पिंडवाड़ा-अबु में लोक निर्माण विभाग ने फिर से यात्रा प्रबंधों के लिए निवादाएं आमंत्रित की हैं।
पायलट ने कहा, 'यह न्यायपालिका के अपमान के समान है।'
उन्होंने कहा, 'राजस्थान उच्च न्यायालय ने यात्रा के आयोजन में सरकारी तंत्र के दुरुपयोग को चुनौती देने वाली याचिका स्वीकार की है। लेकिन पीडब्ल्यूडी अधिकारियों ने 18 अगस्त को इसकी तैयारियों के लिए निविदाएं आमंत्रित कीं, जो कि अदालत के रुख का पूर्ण रूप से उल्लंघन है।'
उन्होंने कहा कि यह दिखाता है कि राज्य सरकार करदाताओं के पैसे का बिलकुल भी सम्मान नहीं करती।
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पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी राज्य सरकार से यात्रा रोकने की मांग की है और सरकारी तंत्र का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है।
गहलोत ने कहा, 'मुख्य सचिव को सभी कलेक्टरों और अधिकारियों को इस पार्टी विशिष्ट सम्मेलन में किसी भी तरह से भागीदारी को रोकने के लिए निर्देश देने चाहिए।'
राजस्थान उच्च न्यायालय ने शनिवार को सत्तारूढ़ बीजेपी से जारी गौरव यात्रा में आने वाले खर्च के विवरण के साथ हलफनामा दायर करने को कहा।
अदालत ने मामले की अगली सुनवाई 21 अगस्त को सूचीबद्ध की है और पार्टी पदाधिकारियों से दस्तावेजों के साथ आने को कहा है।
Source : IANS