अलवर के पहलू खान मामले पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के ट्वीट के बाद गहलोत सरकार एक्शन में आ गई है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश के बाद इस मामले पर प्रारंभिक जांच पड़ताल में यह पता चला है कि पहलू खान के मामले में पुलिस अनुसंधान में कमियां पाई गई हैं. वहीं इसके लिए राज्य सरकार एक एसआईटी का भी गठन कर रही है. एसआईटी गठन को लेकर तीन अधिकारियों के नाम फाइनल हो चुके हैं, वहीं एसीएस राजीव स्वरूप ने डीजीपी भूपेंद्र सिंह के साथ बैठक करके इस मामले की पूरी रूप रेखा तय की.
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आपको बता दे कि पहलू खान मामले में सभी आरोपी दोष मुक्त हो चुके हैं. वहीं सीएम गहलोत ने ट्वीट करके बयान दिया था कि इस मामले में राज्य सरकार अपील करेगी.
बतादें पहलू खान मॉब लिंचिंग केस में कोर्ट द्वारा सभी आरोपियों को बरी किए जाने के बाद शुक्रवार को प्रियंका गांधी ने इस मामले पर अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया. उन्होंने कहा कि पहलू खान मामले में लोअर कोर्ट का यह फैसला चौंकाने वाला है. हमारे देश में अमानवीयता की कोई जगह नहीं होनी चाहिए और भीड़ द्वारा हत्या एक जघन्य अपराध है.
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पहलू खान मामले में लोअर कोर्ट का फैसला चौंका देने वाला है। हमारे देश में अमानवीयता की कोई जगह नहीं होनी चाहिए और भीड़ द्वारा हत्या एक जघन्य अपराध है।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) August 16, 2019
गौरतलब है कि अलवर के अपर जिला और सत्र न्यायालय की जज डॉ. सरिता स्वामी ने इस मामले में बुधवार को फैसला सुनाया था. अप्रैल 2017 को पहलू खान को गोतस्करी के आरोप में भीड़ ने पीट-पीटकर घायल कर दिया था और अस्पताल में इलाज के दौरान पहलू खान की मौत हो गई थी.
Source : लाल सिंह फौजदार