देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की आज 75वीं जयंती है. इस मौके पर कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने एक भावुक पोस्ट किया है. प्रियंका गांधी ने अपने ट्विटर पर की गई इस पोस्ट में अपने पिता से मिली सीख के बारे में बताया है. उन्होंने लिखा, मैंने अपने पिता से सीखा है कि कैसे लोगों की कहानियों को सुना जाता है और कैसे उनके लिए अपने दिल में जगह बनाई जाती है. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि वो आपके बारे में कितना उल्टा बोलते हैं.
उन्होंने आगे कहा, मैंने उनसे सीखा है कि कैसे हमेशा हस्ते हुए आगे चलते रहना चाहिए, भले ही आपका रास्ता कितना भी कठिन क्यों न हो? अपने इस ट्वीट के साथ प्रियंका गांधी ने अपनी और पिता राजीव गांधी की एक तस्वीर शेयर की है. इसी के साथ उन्होंने ईई कमिंस की एक कविता भी शेयर की है.
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From my father, I learned how to listen to people’s stories and find a place in my heart for them no matter how contrary to mine they might be.
From him, I learned how to keep smiling and keep walking no matter how difficult the path might be.#RajivGandhi75 #SadbhavanaDiwas pic.twitter.com/O4W8d9cUL5
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) August 20, 2019
इससे अलावा कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी अपने पिता को ऐसे व्यक्ति के रूप में याद किया जिन्होंने उन्हें किसी से नफरत नहीं करने की सीख दी.
राहुल ने ट्वीट किया, 'आज हम राजीव गांधी जी की 75वीं जयंती मना रहे हैं, एक देशभक्त और एक दूरदर्शी, जिनकी दूरदर्शिता ने भारत का निर्माण करने में मदद की है. मेरे लिए, वह एक प्यार करने वाले पिता थे जिन्होंने मुझे कभी किसी से नफरत नहीं करने की सीख दी और सभी प्राणियों को माफ करना व प्यार करना सिखाया.'
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Today we celebrate the 75th birth anniversary of Rajiv Gandhi ji, a patriot & a visionary, whose far sighted policies helped build India.
To me, he was a loving father who taught me never to hate, to forgive & to love all beings. #Rajiv75 #SadbhavanaDiwas pic.twitter.com/gaozH8h06r
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 20, 2019
राजीव गांधी को 1984 में उनकी मां व पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद देश का प्रधानमंत्री बनाया गया था. उन्हें 40 साल की उम्र में प्रधानमंत्री के रूप में चुना गया था. राजीव गांधी की राजनीति में कोई रुचि नहीं थी. वो एक एयरलाइन्स में नौकरी करते थे. 1980 में अपने छोटे भाई संजय गांधी की एक आकस्मिक हवाई दुर्घटना में मौत के बाद उन्होंने अपनी मां इंदिरा गांधी को सपोर्ट देने के लिए 1982 में राजनीति में प्रवेश किया. वह अमेठी से जीतकर सांसद बने थे.
31 अक्टूबर को इंदिरा गांधी की हत्या किए जाने के बाद वह भारत के प्रधानमंत्री बने और अगले आम चुनाव में बहुमत हासिल किया. मई 1991 में तमिलनाडु के श्रीपेरंबुदूर में कांग्रेस के लिए प्रचार करते समय राजीव गांधी की हत्या कर दी गई.
Source : News Nation Bureau