भारत आ रहे व्यापारिक जहाज पर किए ड्रोन हमले पर भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि भारत सरकार इस हमले को गंभीरता से ले रही है. उन्होंने कहा कि जिन्होंने भी इस हमले को अंजाम दिया है, उन्हें सागर तल से भी ढूंढ़ निकाला जाएगा. मंगलवार को INS Imphal के कमीशनिंग के दौरान रक्षा मंत्री ने कहा, 'आजकल समुद्र में हलचल ज्यादा तेजी हो गई है. भारत की आर्थिक और सामरिक ताकत से कुछ देश उससे ईर्ष्या और द्वेष रखते हैं. हाल में अरब में हुए 'एमवी केम प्लूटो' पर ड्रोन हमले और कुछ दिनों पहले लाल सागर में 'एमवी साई बाबा' पर हमले पर भारत ने गंभीरता जताई है. राजनाथ सिंह के अनुसार, भारतीय नौसेना ने समुद्र की निगरानी को बढ़ा दिया है. जिन लोगों ने ये हमला किया है उन्हें सागर तल से भी ढूंढ़ निकाला जाएगा.'
Speaking at the Commissioning Ceremony of ‘INS Imphal’ in Mumbai.
https://t.co/iO0HVRBWNZ— Rajnath Singh (@rajnathsingh) December 26, 2023
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत पूरे इंडियन ओशियन रीजन (IOR) में Net Security Provider की भूमिका में होगा. हम यह तय करेंगे कि इस इलाके में होने वाला समुद्री व्यापार सागर से उठकर आसमान की बुलंदियों तक पहुंचा है. इसके लिए मित्र देशों के साथ मिलकर Sea Lanes को maritime commerce के लिए सुरक्षित और Secure बनाए रखेंगे. शनिवार को अरब सागर में 'एमवी केम प्लूटो' पर ड्रोन से अटैक किए जाने की खबर थी. जहाज सऊदी अरब के एक बंदरगाह से देश की ओर बढ़ रहा था. इसे मंगलौर आना था. हमला गुजरात के वेरावल से 200 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में किया गया.
रिपोर्ट के अनुसार, इस व्यापारिक जहाज पर 21 भारतीय और एक नेपाली नागरिक थे. ड्रोन हमले के बाद जहाज में आग भी लगी. मगर समय रहते आग को बुझा दिया गया. इस मामले में अमेरिकी रक्षा विभाग ने ड्रोन से हुए हमले के लिए ईरान को जिम्मेदार ठहराया. CHEM प्लूटो नाम के इस जहाज पर लाइबेरियाई का ध्वज लगा हुआ था. इसका मालिकाना हक जापानी कंपनी पर है. ये नीदरलैंड से संचालित होता है. इस हमले को लेकर कई तरह के प्रश्न उठाए जा रहे हैं. ऐसी आशंकाएं हैं कि ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों से हमला किया है.
Source : News Nation Bureau