गृहमंत्री राजनाथ सिंह रविवार को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ पहुंचे. स्मृति उपवन में चल रहे युवा कुम्भ के समापन कार्यक्रम में उद्बोधन देने के लिए खड़े हुए, तो वहां मौजूद युवाओं ने राममंदिर बनाने को लेकर नारेबाजी शुरू कर दी. काफी देर तक चली नारेबाजी के बाद राजनाथ ने कहा कि भव्य राम मंदिर बनने से दुनिया की कोई ताकत रोक नहीं सकती है. उन्होंने कहा कि हमारी प्रतिबद्धता पर संदेह नहीं किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि प्रयाग में होने वाले कुम्भ के लिए किसी को अधिसूचना जारी करने की जरूरत नहीं पड़ती कि कुम्भ होने जा रहा है. बिना प्रचार के विश्व में अगर कहीं करोड़ो की संख्या उमड़ पड़ती है तो वो कुम्भ में प्रयागराज में होता है संगम में सिर्फ डुबकी लगाने ही लोग नहीं जाते.
गृहमंत्री ने कहा कि केवल धन, सैन्य शक्ति के आधार पर विश्व गुरु के पद पर आसीन नहीं हो सकता है. ज्ञान और विज्ञान के क्षेत्र में भी आगे बढ़ाने की ताकत हमारे युवाओं में है. कई जगह जिसके पास अधिक भूभाग और धन हो उसे महान माना जाता है. प्राचीन भारत में अबतक राजा रामचंद्र और राजा हरिश्चंद्र को हम महान मानते हैं ऐसा क्यों?
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राजनाथ ने कहा कि मयार्दा पुरुषोत्तम राम ने समाज में अपने प्राणों से प्यारी सीता माता को भी अपने से अलग किया था राजा हरिश्चंद्र ने त्याग समर्पण किया. जो ज्ञान विज्ञान भारत के पास था और है वो कहीं देखने को नहीं मिलेगा. इलाहाबाद के एक क्रांतिकारी ने जब एक गोली उनके पास बची तो चन्द्रशेखर आजाद ने अपनी रिवॉल्वर की गोली अपने सीने में दागने का काम किया तब जाकर हमारा देश आजाद हुआ.
उन्होंने कहा कि जिस दिन हमारा समर्पण टूट जाएगा उस दिन विश्व गुरु बनने का हमारा सपना टूट जाएगा. तकनीक के मामले में सर्वाधिक अनुसंधान आपके जैसे नौजवानों ने किया है. पं दीनदयाल उपाध्याय के एकात्म मानवदर्शन को कैसे लागू किया जा सकता है इसको विचार करें इस युवा कुम्भ में. सरकारों का मार्गदर्शन आपकी तरफ से होना चाहिए. कहा कि हमें इस सच्चाई को नहीं भूलना चाहिए कि स्वामी विवेकानंद जी के शिकागो के भाषण की 125वीं वर्षगांठ हम लोगों ने मनाई थी. विवेकानन्द ने कहा था हमारे देश में मनुष्य निर्माण का काम संस्कारों के माध्यम से होता है. भारत को विश्वगुरु बनाने का आह्वान करना है.
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उन्होंने कहा कि बिना एक भी अपने सिपाही को भेजे भारत ने चीन पर अपना सांस्कृतिक प्रभाव रखा है ये वहां के विद्वान ने लिखा है. विडम्बना है कि लंबे समय तक अंग्रेजों का शासन यहां रहा. लोग ये धारणा लिए हैं कि ज्ञान और विज्ञान वहीं से आया है. पाइथागोरस थ्योरम भारतीय ग्रंथों में देखने को मिलेगा.
गृह मंत्री ने कहा कि 2009 में अमेरिका ने ये बताया कि कितने दिनों के बाद सूर्यग्रहण चंद्रग्रहण पड़ेगा. भारत में गांव के पंडित जी के घर चले जाइए और पूछिए कि सौ साल पहले चन्द्रग्रहण और सूर्यग्रहण कब पड़ा था और कब पड़ेगा तो वो ये बता देंगे.
उन्होंने कहा कि हमारा भारत की सर्वाधिक तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था है. दुनिया के 10 देशों में 9वें स्थान से 6 स्थान पर पहुंच गया है और 2030 तक रूस अमेरिका और चीन को पीछे छोड़कर टॉप 3 देशों में आकर खड़ा हो जाएगा.
Source : IANS