राजनाथ सिंह ने रविवार यानी 14 जून को वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के माध्यम से 'जम्मू-कश्मीर जनसंवाद रैली' को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने हर लिहाज से पाकिस्तान पर निशाना साधा. फिर वो चाहे आतंकियों के सफाए को लेकर गिलगिल और इस्लामाबाद को लेकर. उन्होंने तो यहां तक कह दिया कि आने वाले समय में पीओके के लोग भी भारत में रहने की मांग उठाएंगे. इस दौरान उन्होंने 'चीन और भारत के बीच विवाद पर भी बात की. रैली की शुरुआत में उन्होंने कहा, कोरोना का संकट आने के बाद वर्चुअल रैली का सिलसिला भाजपा ने देश के कार्यकर्ताओं से और देश की जनता के साथ संवाद करने के लिए प्रारंभ किया है. भारत की राजनीति डिजिटल दुनिया की ओर प्रस्थान कर चुकी है. राजनाथ सिंह ने कहा, दुनिया के कई मजबूत देश कोरोना महामारी के कारण लड़खड़ा गए हैं. भारत में प्रधानमंत्री जी ने कोरोना संकट को चुनौती के रूप में स्वीकार किया और कई बड़े और अहम फैसले लिए.
राजनाथ सिंह ने कहा, चुनौतियों पर विजय प्राप्त करने का नाम ही भाजपा है. 1984 में जब हमें मात्र 2 सीटें प्राप्त हुई थी, तो राजनीतिक विश्लेषकों ने ये कहना शुरू कर दिया था कि भाजपा समाप्त हो जाएगी. लेकिन उस समय के हमारे नेता आदरणीय अटल जी और आडवाणी जी ने इस चुनौती को स्वीकार किया और संकल्प लिया, जिसका परिणाम आज आप देख रहे हैं कि 2 से लेकर दोबारा सरकार बनाने तक की यात्रा हमने की. भाजपा ने जो कहा उसे अवसर मिलते ही उस काम को पूरा किया गया. भाजपा एक ऐसी पार्टी है जो कहती है, वह करती है.
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राजनाथ सिंह ने कहा, किसी ने कहा है- 'दर्द की रात गई, गम का खजाना भी गया, मोदी तेरे हिम्मत से ये दाग पुराना भी गया.' अनुच्छेद 370 का बहुत पुराना दाग था वो भी मोदी सरकार में समाप्त हुआ. 2014 से लेकर 2019 तक जम्मू कश्मीर के विकास के लिए हमारी सरकार ने 2 लाख करोड़ रुपये से अधिकआवंटित किये हैं. कोरोना संकट की घड़ी में अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा, लेकिन हमारे प्रधानमंत्री जी देशवासियों के लिए 20 लाख करोड़ रुपये के पैकेज की घोषण की.
राजनाथ सिंह ने कहा कि मोदी जी ने आत्मनिर्भर भारत की बात कही है. मैं आपको यकीन दिलाना चाहता हूं कि भारत जिस दिशा में आगे बढ़ रहा है, आगामी कुछ वर्षों में भारत को आत्मनिर्भर बनने से दुनिया की कोई ताकत रोक नहीं सकती है. उन्होंने कहा, रक्षा की दृष्टि भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है. राफेल लड़ाकू विमान सेना में शामिल होने के बाद हमारी वायु सेना की ताकत बढ़ जाएगी.हम किसी को डराने के लिए ताकत नहीं बढ़ाना चाहते, बल्कि अपनी सुरक्षा के लिए ताकत बढ़ाना चाहते हैं.
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इस दौरान राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान पर जमकर निशाना साधा और भारतीय सैनिकों की तारीफ की. इसी के साथ उन्होंने ये भी कहा आने वाले वक्तच में पीओके के लोग भी भारत में रहने की मांग करेंगे और इसी के साथ हमारी संसद का मकसद भी पूरा होगा. उन्होंने कहा, अंतरराष्ट्रीय मंचों पर जब J&K और धारा 370 का सवाल खड़ा होता था तो ज्यादातर देश पाकिस्तान के साथ खड़े होते थे। अंतरराष्ट्रीय जगत में प्रधानमंत्री जी ने देश की प्रतिष्ठा इतनी बढ़ाई है कि हमें दूसरे देशों के साथ अब मुस्लिम देशों का भी समर्थन प्राप्त हो रहा है.
उन्होंने कहा, कश्मीर में पहले कश्मीर की आजादी को मुद्दा बनाकर आंदोलन होते थे. उन आंदोलनों में कश्मीर के झंडे की जगह पाकिस्तान और ISIS का झंडा हमें दिखता था. लेकिन अब कश्मीर की धरती पर अगर दिखता है कोई तो वो है विजयी विश्व तिरंगा प्यारा, झंडा ऊंचा रहे हमारा.
वहीं भारत-चीन विवाद पर बात करते हुए उन्होंने कहा, भारत-चीन के बीच जो भी विवाद पैदा हुआ है, इस समय सैन्य लेवल पर बात चल जारी है. चीन ने भी ये इच्छा व्यक्त की है कि बात-चीत के द्वारा इसका समाधान निकाला जाना चाहिए. हमरी कोशिश भी यही है कि सैन्य और डिप्लोमेटिक स्तर पर बात-चीत के द्वारा इसका समाधान निकाला जाए.