राजौरी के कांडी इलाके में आज सुबह शुरू हुआ सेना का ऑपरेशन अभी भी जारी है. सेना ने अब इस ऑपरेशन को त्रिनेत्र का नाम दे दिया है जिसके बाद सेना अर्धसैनिक बल और जम्मू-कश्मीर पुलिस की एसओजी टीम ने कांडी के इस पूरे इलाके को घेर लिया है. सेना को आतंकियों की इस इलाके में मौजूदगी को लेकर मिले पुख्ता इनपुट के बाद आज सुबह 7:30 बजे सेना ने कांडी के नंदन ब्रिज के ऊपर वाले घने जंगल में आतंकी की तलाश में ऑपरेशन को शुरू किया था. जैसे ही सेना आतंकियों के करीब पहुंची उन्होंने ने सेना के ऊपर एक एक्सप्लोसिव डिवाइस से हमला किया. जिसमे सेना के पांच जवान शहीद हो गए. जिस समय आतंकियों ने ये हमला किया उस समय आतंकी जंगल में एक गुफा में छिपे हुए थे. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक उसके बाद करीब तीन घंटे तक दोनो तरफ से फायरिंग चलती रही. जिसके बाद सेना ने पूरे इलाकों को घेर लिया .
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जिस जगह पर ये एनकाउंटर हुआ है वो घने जंगल का इलाका है जिसकी बीचों बीच अंजिन्नाम की नदी भी बह रही है. स्थानीय लोगों के मुताबिक इस पूरे इलाके में कई पत्थरों से बनी प्राकृतिक गुफाएं भी मोजूद है. जहां कोई भी आसानी से छिप सकता है. आतंकी इसी का फायदा उठाते हुए नजर आ रहे हैं. फिलहाल सेना सर्विलांस डिवाइस के साथ हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल भी ऑपरेशन में कर रही है. स्थानीय लोगों के घरों में भी लोगों से पूछताछ की जा रही है. साथ ही हर आने जाने वाले एक्जिट रूट को भी सील कर दिया गया है. आने जाने वाले लोगों के आई कार्ड चेक किए जा रहे है.
जिस इलाके में ये ऑपरेशन हुआ है वहां एक दशक पहले बड़े पैमाने पर आतंकियों की मौजूदगी हुआ करती थी. इस रूट का इस्तेमाल आतंकी कश्मीर जाने के लिए भी करते आए हैं. पिछले एक दशक में यहां किसी तरह की कोई आतंकी गतिविधि भी नहीं हुई है. ऐसे में इस घटना के सामने आने के बाद अब एक बार फिर इस इलाके में आतंकी को जिंदा रखने की कोशिशों में लगे हैं.
पूंछ के तोता गली में हुए हमले के बाद अब तक सुरक्षाबल 200 से ज्यादा लोगो को पूछताछ के लिए उठा चुके है. जिनमे कई OGW भी है.उन्ही से मिली जानकारी के बाद ही इन आतंकियों को ट्रेस किया गया है और जल्द जिन इन आतंकियों का खात्मा होना भी अब ते है.
Source : News Nation Bureau