Rajya Sabha 16 Seats elections Today : प्रतिद्वंद्वी पार्टियों की ओर से एक-दूसरे पर हॉर्स ट्रेडिंग के आरोप-प्रत्यारोपों के बीच देश के चार राज्य हरियाणा, महाराष्ट्र, राजस्थान और कर्नाटक की 16 राज्यसभा सीटों पर आज मतदान होगा. हॉर्स ट्रेडिंग की आशंकाओं के बीच कई दलों ने अपने-अपने विधायकों को होटल और रिसार्ट में रखे हैं. राज्यसभा चुनाव में इलेक्शन कमीशन ने विशेष पर्यवेक्षक नियुक्त किए हैं और संपूर्ण मतदान की वीडियोग्राफी कराने का आदेश दिया है. इस बार के राज्यसभा चुनाव में क्रिकेट जैसा रोमांच देखने को मिलेगा, क्योंकि सभी पार्टियां एक-एक वोट के लिए काफी मशक्कत कर रही हैं. सभी दलों के सामने अपने विधायक के वोट को बचाए रखने की कड़ी चुनौती है.
राज्यसभा चुनाव में जिन प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला होगा, उनमें केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) और पीयूष गोयल (Piyush Goyal), कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला (Randeep Surjewala), जयराम रमेश (Jairam Ramesh, मुकुल वासनिक और शिवसेना नेता संजय राउत शामिल हैं. इन सभी नेताओं के बिना किसी परेशानी के जीतने की उम्मीद है.
हाल ही में द्विवार्षिक चुनावों का किया गया था ऐलान
हाल ही में 57 राज्यसभा सीट के लिए द्विवार्षिक चुनावों का ऐलान किया गया था और यूपी, तमिलनाडु, बिहार, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, ओडिशा, छत्तीसगढ़, पंजाब, झारखंड, तेलंगाना और उत्तराखंड में सभी 41 प्रत्याशियों को पिछले शुक्रवार को निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया था.
हालांकि, हरियाणा, राजस्थान, महाराष्ट्र और कर्नाटक की 16 सीट को लेकर पेंच फंसा हुआ है, क्योंकि इस सीटों पर उम्मीदवारों की संख्या सबसे अधिक है. हॉर्स ट्रेडिंग की आशंकाओं के बीच कट्टर प्रतिद्वंद्वी बीजेपी और कांग्रेस ने अपने विधायकों को होटल और रिसॉर्ट में रखा है, ताकि उन्हें प्रतिद्वंद्वी पार्टी अपने पाले में न ले आएं.
महाराष्ट्र में इन सीटों के लिए वोटिंग
महाराष्ट्र में 6 सीट के लिए वोटिंग होगी और कई राजनीतिक दल गुरुवार को अपनी रणनीति को अंतिम रूप देने में व्यस्त रहे. 2 दशक से अधिक समय के बाद महाराष्ट्र में राज्यसभा चुनाव होगा, क्योंकि छह सीट के लिए 7 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं.
सत्तारूढ़ एमवीए के सहयोगी शिवसेना, एनसीपी, कांग्रेस ने मुंबई के विभिन्न होटलों और रिसॉर्ट में अपने-अपने विधायकों को रखा है. सत्तारूढ़ गठबंधन के सूत्रों के अनुसार, वोटिंग शुरू होने से ठीक पहले ये विधायक राज्य विधानसभा के लिए रवाना होंगे. एनसीपी चीफ शरद पवार, कांग्रेस महासचिव मल्लिकार्जुन खड़गे और भाजपा नेता एवं केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अपनी रणनीति को अंतिम रूप देने को मुंबई में अपने-अपने दलों के नेताओं से बात की.
इन उम्मीदवारों के भाग्य का होगा फैसला
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, अनिल बोंडे, धनंजय महादिक (भाजपा), प्रफुल्ल पटेल (राकांपा), संजय राउत और संजय पवार (शिवसेना) और इमरान प्रतापगढ़ी (कांग्रेस) 6 सीट के लिए मैदान में हैं. छठी सीट पर धनंजय महादिक और शिवसेना के संजय पवार के बीच कड़ा मुकाबला है.
शिवसेना के 55 विधायक, राकांपा के 53, कांग्रेस के 44, बीजेपी के 106, बहुजन विकास आघाड़ी (बीवीए) के तीन, सपा, एआईएमआईएम और प्रहार जनशक्ति पार्टी के दो-दो, मनसे, माकपा, पीडब्ल्यूपी, स्वाभिमानी पार्टी, राष्ट्रीय समाज पक्ष, जनसुराज्य शक्ति पार्टी, क्रांतिकारी शेतकारी पार्टी के एक-एक, और 13 निर्दलीय विधायक हैं.
एमवीए के सहयोगी और बीजेपी दोनों ही छोटी पार्टियों और निर्दलीय विधायकों के 25 अतिरिक्त वोटों पर भरोसा कर रहे हैं, ताकि उनके प्रत्याशी छठी सीट के लिए जीत हासिल कर सकें.
हरियाणा में 2 सीट के लिए वोटिंग
हरियाणा में दो सीट के लिए वोटिंग होगी. इस बीच सत्तारूढ़ बीजेपी और उसके कुछ सहयोगी जजपा के विधायकों को दूसरे दिन चंडीगढ़ के पास एक रिसॉर्ट में रखा गया. हॉर्स ट्रेडिंग की संभावना के बीच कांग्रेसी विधायक भी छत्तीसगढ़ के एक रिसॉर्ट में रुके हुए हैं.
हरियाणा में बीजेपी की सीधी जीत की संभावना
90 सदस्यीय हरियाणा विधानसभा में 40 विधायकों वाली बीजेपी के पास सीधी जीत के लिए आवश्यक 31 प्रथम वरीयता के वोटों से 9 अधिक हैं, लेकिन कार्तिकेय शर्मा के चुनावी मैदान में उतरने से ही दूसरी सीट के लिए चुनाव दिलचस्प हो गया है. उन्हें बीजेपी-जजपा गठबंधन, अधिकांश निर्दलीय और हरियाणा लोकहित पार्टी के एकमात्र विधायक गोपाल कांडा का समर्थन प्राप्त है.
कर्नाटक में 4 सीट के लिए छह प्रत्याशी मैदान में
कर्नाटक में मुख्य विपक्षी कांग्रेस और पूर्व पीएम एचडी देवेगौड़ा की जद (एस) चौथी सीट पर चुनावी जंग लड़ रही है, लेकिन अगर उनमें से एक ने दूसरे का समर्थन कर दिया तो एक की जीत सुनिश्चित हो सकती है. चार सीट के लिए कुल मिलाकर 6 प्रत्याशी मैदान में हैं, जिससे चौथी को कड़ी टक्कर नजर आ रही है. संख्या न होने के बाद भी बीजेपी, कांग्रेस और जद (एस) ने इस सीट के लिए प्रत्याशी खड़े किए हैं, जिससे चुनाव के लिए मजबूर होना पड़ा है.
निर्मला सीतारमण समेत ये दिग्गज मैदान पर
एक उम्मीदवार को एक आसान जीत के लिए 45 प्रथम वरीयता वोटों की जरूरत होती है और विधान सभा में अपनी ताकत के आधार पर, बीजेपी दो और कांग्रेस एक सीट जीत सकती है. 6 प्रत्याशियों में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, अभिनेता-नेता जग्गेश और भाजपा के निवर्तमान एमएलसी लहर सिंह सिरोया, पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश और कांग्रेस के राज्य महासचिव मंसूर अली खान और जद (एस) के पूर्व सांसद डी कुपेंद्र रेड्डी चुनाव मैदान में हैं.
दो राज्यसभा उम्मीदवारों (सीतारमण और जग्गेश) को अपने दम पर निर्वाचित कराने के बाद बीजेपी के पास अतिरिक्त 32 वोट बचे रहेंगे तो वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश को विजयी बनाने के बाद कांग्रेस के पास 24 अतिरिक्त वोट बचेंगे. जद (एस) के पास सिर्फ 32 विधायक हैं, जो एक सीट जीतने के लिए पर्याप्त नहीं है.
राजस्थान में विधायकों को रिसॉर्ट में रखा गया
राजस्थान में कांग्रेस के विधायक और पार्टी का समर्थन करने वाले निर्दलीय विधायक उदयपुर से जयपुर पहुंचे. उन्हें वहां एक रिसॉर्ट में ठहराया गया था.
चार सीटों के लिए होगी वोटिंग
इंटरनेशन एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद बस में विधायकों को जयपुर-नई दिल्ली हाईवे स्थित लीला होटल ले जाया गया. आज उन्हें वहां से सीधे राज्य विधानसभा ले जाया जाएगा. राजस्थान में राज्यसभा की 4 सीट के लिए वोटिंग होनी है. राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस ने मुकुल वासनिक, रणदीप सुरजेवाला और प्रमोद तिवारी को उतारा है, जबकि बीजेपी ने पूर्व मंत्री घनश्याम तिवाड़ी को चुना है, जो पहले राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के मुखर आलोचक थे. कांग्रेस और बीजेपी आराम से क्रमश: दो और एक सीट जीतेगी.
राजस्थान में दिलचस्प मुकाबला बना
मीडिया कारोबारी सुभाष चंद्रा ने बीजेपी समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतरकर मुकाबले को दिलचस्प बना दिया है. उन्होंने मंगलवार को दावा करते हुए सत्तारूढ़ कांग्रेस की चिंता बढ़ा दी कि 8 विधायक उनके पक्ष में क्रॉस वोट करेंगे और उनकी जीत होगी.
Source : News Nation Bureau