राज्यसभा ने जेडीयू के बागी नेता शरद यादव और अली अनवर को जवाब देने की समयसीमा एक हफ्ते बढ़ी दी है। जेडीयू ने इन नेताओं की सदस्यता को रद्द करने के लिये राज्यसभा से आग्रह किया था। जिसके बाद इन लोगों ने एक महाने का समय मांगा था।
सूत्रों का कहना है कि राज्यसभा के सेक्रेटरी जनरल ने देशदीपक वर्मा ने इसकी जानकारी इन दोनों नेताओं को दे दी है उनके जवाब देने की समयसीमा एक हफ्ते बढ़ा दी गई है।
राज्यसभा सचिवालय ने शरद यादव और अली अनवर को एक हफ्ते में जवाब देने के लिये कहा था। जिसकी समयसीमा आज खत्म हो गई थी।
दोनो सांसदों ने यह कहकर समयसीमा बढ़ाने की मा ंग की थी कि वो राजनीतिक कार्यक्रमों में व्यस्त हैं इसलिये उन्हें जवाब देने के थोड़ा वक्त आर दिया जाए।
अनवर ने राज्यसभा के सेक्रेटरी जनरल से मुलाकात के बाद कहा था कि उन्हें न्याय दिया जाना चाहिये और कोई भी फैसला जल्दबाजी में नहीं लिया जाना चाहिये।
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उन्होंने कहा, ' जल्दबाजी क्यो? हमें अपनी बात रखने के लिये मौका दिया जाना चाहिये।' साथ ही उन्होंने मांग की कि उनके मामले को संसद की एथिक्स कमेटी के सामने रखा जाना चाहिये। उन्होंने कहा कि इस संबंध में अभी भी इस समिति का गठन किया जाना है।
जेडीयू के जनर सेक्रेटरी संजय झा ने आरोप लगाया कि दोनों सांसद देरी करने के बहाने ढूंढ रहे हैं, ताकि उनकी सदस्यता रद्द न की जाए।
12 अगस्त को राज्यसभा में जेडीयू के नेता को तार पर हटा दिये गए थे। दोनों नेताओं ने बिहार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीजेपी का साथ गठबंधन करने के फैसले का विरोध किया था।
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Source : News Nation Bureau