प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में अपने भाषण के दौरान संशोधित नागरिकता कानून (CAA)पर हो रहे विरोध का मुद्दा भी उठाया. पीएम मोदी ने कहा कि संविधान की दुहाई देकर अलोकतांत्रिक गतिविधियां की गईं. प्रदर्शन के नाम पर अराजकता फैलाई गई. उन्होंने कहा कि सदन में ये बताया गया कि देश के अनेक हिस्सों में प्रदर्शन के नाम पर अराजकता फैलाई गई. जो हिंसा हुई उसे ही आंदोलन का अधिकार मान लिया गया, बार-बार संविधान की दुहाई दी गई.
कांग्रेस समेत सीएए का विरोध कर रही पार्टियों पर वार करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि 24 घंटे अल्पसंख्यकों की दुहाई देते रहते हैं. लेकिन अतीत की गलतियों की वजह से पड़ोस में जो अल्पसंख्यक बन गए उनकी पीड़ा आपको क्यों प्रतीत नहीं हो रही है? उन्होंने कहा कि क्यों नहीं उस समय कांग्रेस ने पाकिस्तान से आने वाले शरणार्थियों के विषय में नॉन मुस्लिम के बजाय आने वाले सभी लोगों को लिखा?
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लोहिया ने भी कहा था कि हिंदू चाहे कही भी हो उसकी रक्षा हमारा कर्तव्य है
पीएम मोदी ने खुद को समाजवादी कहने वालों पर तंज कसते हुए राम मनोहर लोहिया का जिक्र किया. पीएम मोदी ने कहा कि राम मनोहर लोहिया जी ने कहा था कि हिंदुस्तान का मुसलमान जिए और पाकिस्तान का हिंदू जिए. मैं इस बात को बिल्कुल ठुकराता हूं कि पाकिस्तान के हिंदू, पाकिस्तान के नागरिक हैं इसलिए हमें उनकी परवाह नहीं करनी है.
पाकिस्तान का हिंदू चाहे कहीं का भी नागरिक हो, उसकी रक्षा करना हमारा उतना ही कर्तव्य है, जितना हिंदुस्तान के किसी हिंदू या मुसलमान का. हमारे समाजवादी साथी हमें माने न माने, लेकिन अब लोहिया जी को नकारने का काम न करें.
लाल बहादुर शास्त्री ने भी माना था गैर मुस्लिम के साथ पड़ोस में हो रहा है अत्याचार
जहां तक ईस्ट पाकिस्तान का ताल्लुक है, उसका ये फैसला मालूम होता है कि वहां से नॉन मुस्लिम जितने हैं, सब निकाल दिए जाएं, वो एक इस्लामिक स्टेट है, इस्लामिक स्टेट के नाते वो सोचता है कि वहां इस्लाम को मामने वाले ही रह सकते हैं. गैर इस्लामी लोग नहीं रह सकते हैं. वहां से हिंदू-ईसाई निकाले जा रहें. बौद्ध भी वहां से निकाले जा रहे हैं.' ये शब्द उस महापुरुष के हैं जो देश के प्रिय प्रधानमंत्री रहे हैं, ये श्रद्धेय लाल बहादुर शास्त्री जी के हैं. पीएम मोदी इसका जिक्र राज्यसभा में किया.
राज्यसभा में प्रधानमंत्री ने सदन में लाल बहादुर शास्त्री, राम मनोहर लोहिया और बाबा साहेब भीम राव आंबेडकर के बयानों का जिक्र करते हुए कहा कि इन्होंने पड़ोसी देशों के हिन्दुओं के कल्याण की बात कही थी तो क्या इन्हें भी साम्प्रदायिक कहा जाएगा.
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2003 में CAB पेश किया गया था अब हंगामा क्यों
पीएम मोदी ने कहा कि 2003 में लोक सभा में नागरिकता संसोधन बिल पेश किया गया. Citizenship Amendment Bill 2003 पर जिस Standing Committee of Parliament ने चर्चा की और फिर उसे आगे बढ़ाया, उस कमिटी में कांग्रेस के अनेक सदस्य आज भी यहां बैठे हैं.
उन्होंने कहा कि CAA पर कई विरोधी पार्टियों का रुख दुर्भाग्यपूर्ण है.पीएम ने कहा कि लोगों को डराने की बजाय सही जानकारी दीजिए. उन्होंने कहा कि विपक्ष के कुछ साथी जो साइलेंट थे अब वाइलेंट हो गए हैं.