केंद्रीय मंत्रिमंडल की नियुक्ति संबंधी समिति ने मंगलवार आधी रात को बड़ा फैसला लेते हुए सीबीआई (केंद्रीय जांच ब्यूरो) के मुखिया आलोक वर्मा और विशेष निदेशक राकेश अस्थाना को छुट्टी पर भेज दिया. आलोक वर्मा की जगह एम नागेश्वर राव के रूप में सीबीआई को अंतरिम मुखिया भी मिल गया. बता दें कि राकेश अस्थाना मोइन कुरैशी से लेकर विजय माल्या और कार्ति चिदंबरम से लेकर रॉबर्ट वाड्रा के केस की जांच कर रहे थे.
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राकेश अस्थाना सीबीआई में स्पेशल डायरेक्टर यानी विशेष निदेशक की भूमिका में थे. इसके साथ ही वह सीबीआई की एसआईटी (विशेष जांच दल) के मुखिया थे. एसआईटी के जिम्मे अभी कई महत्वपूर्ण मामलों की जांच की जिम्मेदारी थी. एसआईटी हवाला और मनी लांड्रिंग मामले में फंसे मोइन कुरैशी के मामलों की भी जांच कर रही थी. इसके अलावा बैंक घोटाले के आरोपी विजय माल्या के केस की छानबीन का जिम्मा भी एसआईटी पर ही था. राकेश अस्थाना ही रॉबर्ट वाड्रा, हरियाणा में जमीन आवंटन घोटाला, एयरसेल मैक्सिस घोटाले में फंसे मनमोहन सरकार में वित्त मंत्री रहे पी चिंदबरम और उनके बेटे कार्ति चिदंबरम के मामलों की जांच कर रहे थे.
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यूपीए सरकार में हुए बहुचर्चित कोयला घोटाले की जांच भी उसी एसआईटी के अधीन थी, जिसका नेतृत्व राकेश अस्थाना कर रहे थे. बिहार में चारा घोटाला से लेकर लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले की तफ्तीश भी अस्थाना के नेतृत्व में हो रही थी. इन सबके अलावा अगस्ता वेस्टलैंड केस की जांच में राकेश अस्थाना बतौर सहयोगी जुड़े हुए थे.
Source : News Nation Bureau