लखीमपुर खीरी कांड (Lakhimpur Kheri case) से देश का सियासी पारा चढ़ गया है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पीड़ित परिवारों से मिलने के लिए लखीमपुर खीरी पहुंच गए हैं. इस बीच BKU के प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने योगी सरकार को चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह राज्यमंत्री 'टेनी' व उसके बेटे की तय समय में गिरफ्तारी हो, रिटायर्ड जज की कमेटी से निष्पक्ष जांच सहित सभी मांगें सरकार किसान शहीदों के भोग से पहले पूरा करें. अन्यथा संयुक्त मोर्चा बेहद कड़ा फैसला लेगा.
लखीमपुर खीरी में राकेश टिकैत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे की गिरफ्तारी और मंत्री पद से सरकार इस्तीफा ले. लखीमपुर में 5 किसानों की मौत हुई है. मृतकों के परिजनों को सरकारी नौकरी और मुआवजा मिले. गाड़ी की टक्कर लगने से किसानों की मौत हुई है. लखीमपुर खीरी में कोई भी भारत विरोधी नारे नहीं लगे हैं.
किसानों की नाराजगी को देखते हुए लग रहा था कि उन्हें मनाना आसान नहीं होगा. इस दौरान एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार लगातार किसानों के संपर्क में थे. मगर जहां समझौते की बात आई तो किसान नेता राकेश टिकैत संकटमोचक की तरह सामने आए. समझौते में रिटायर्ड जज से मामले की न्यायिक जांच, प्रत्येक मृतक परिवार को 45 लाख का मुआवजा, घायलों के लिए 10 लाख का मुआवजा, 8 दिनों के अंदर मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी और मृतक परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी देने की बात कही गई. इसके बाद राकेश टिकैत ने एडीजी के साथ एक प्रेसवार्ता करी, जिसमें किसानों मनाने का प्रयास किया गया.
Source : News Nation Bureau