मोदी सरकार 2.0 में रक्षा मंत्री का पद संभालने के बाद सोमवार को राजनाथ सिंह पहली बार सियाचिन ग्लेशियर और श्रीनगर के दौरे पर पहुंचे. यहां उन्होंने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद निरोधक अभियान का जायजा लेने के साथ ही पाकिस्तान से लगी सीमाओं पर सुरक्षा तैयारियों का जायजा लिया.
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक राजनाथ सिंह रक्षा मंत्रालय का प्रभार संभालने के बाद पहली यात्रा में सबसे पहले सियाचिन ग्लेशियर पहुंचे. सियाचिन ग्लेशियर दुनिया का सबसे खतरनाक युद्धक्षेत्र है. यहां उन्होंने फील्ड कमांडरों और जवानों के साथ बातचीत की. रक्षामंत्री के साथ सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत भी मौजूद रहे.
राजनाथ सिंह सियाचिन से श्रीनगर पहुंचे यहां उत्तरी सैन्य कमांडर लेफ्टीनेंट जनरल रणबीर सिंह और लेह स्थित 14 कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल वाई के जोशी ने उन्हें पाकिस्तान से लगी सीमाओं पर सुरक्षा परिदृश्य के बारे में जानकारी दी.
दुनिया के सबसे खतरनाक युद्धक्षेत्र
सियाचिन ग्लेशियर की गिनती दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्रों में से होती है. कोराकोरुम रेंज में स्थित सियाचिन ग्लेशियर दुनिया का सर्वोच्च सैन्य क्षेत्र है. यहां जवानों को शून्य से 30-40 डिग्री नीचे के तापमान और तेज हवाओं का सामना करना पड़ता है. सर्दियों में ग्लेशियर पर भूस्खलन और हिमस्खलन आम बात है. 1984 से लेकर अब तक यहां 900 से ज्यादा जवान शहीद हो चुके हैं.
HIGHLIGHTS
- रक्षा मंत्री बनने के बाद राजनाथ सिंह की पहली यात्रा
- दुनिया के सबसे खतरनाक युद्धक्षेत्र में पहुंचे राजनाथ सिंह