PM Modi in Ayodhya: अयोध्या में सोमवार को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना संबोधन दिया. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा का आज का अवसर न केवल उत्सव का क्षण है, बल्कि एक ऐसा क्षण है जो भारतीय समाज की "परिपक्वता" का प्रतीक है, उन्होंने कहा कि जिस तरह से हमारे देश ने गंभीरता और संवेदनशीलता के साथ इतिहास की इस गुत्थी को सुलझाया है, वह दर्शाता है कि हमारा भविष्य हमारे अतीत से भी अधिक शानदार होने की ओर अग्रसर है. अयोध्या में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के बाद सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यह अवसर सिर्फ जीत का नहीं बल्कि विनम्रता का भी है.
ये भी पढ़ें: अयोध्या के राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद पीएम मोदी ने जलाई 'राम ज्योति'
पीएम मोदी ने कहा कि, 'विश्व इतिहास के इतिहास में, कई राष्ट्र अपनी ऐतिहासिक उलझनों से जूझ रहे हैं. ऐसी ऐतिहासिक जटिलताओं को हल करने का प्रयास अक्सर विकट चुनौतियों का सामना करता है, जिससे स्थितियां और अधिक जटिल हो जाती हैं.' उन्होंने कहा कि दुनिया का इतिहास गवाह है कि कई देश अपने ही इतिहास में उलझ जाते हैं. ऐसे देशों ने जब भी अपने इतिहास की उलझी गुत्थियों को सुलझाने की कोशिश की है, उन्हें सफलता हासिल करने में बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ा है. दरअसल, कई बार ऐसी परिस्थितियां बनी हैं पहले से भी अधिक चुनौतीपूर्ण हो गया है.
#WATCH | Ayodhya: Prime Minister Narendra Modi says, "This is a temple of national consciousness in the form of Ram. Ram is the faith of India, Ram is the foundation of India. Ram is the idea of India, Ram is the law of India...Ram is the prestige of India, Ram is the glory of… pic.twitter.com/kOUeC0h71F
— ANI (@ANI) January 22, 2024
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि जिस तरह हमारे देश ने गंभीरता और संवेदनशीलता के साथ इतिहास की इस गुत्थी को सुलझाया है, उससे पता चलता है कि हमारा भविष्य हमारे अतीत से कहीं ज्यादा खूबसूरत होने वाला है. एक समय था जब कुछ लोग कहते थे कि अगर राम मंदिर बनेगा तो अशांति फैल जाएगी क्योंकि वे भारत की सामाजिक भावना की पवित्रता को समझने में विफल रहे. रामलला के इस मंदिर का निर्माण भारतीय समाज में शांति, धैर्य, सद्भाव और समन्वय का भी प्रतीक है. पीएम मोदी ने कहा कि हम देख रहे हैं कि यह निर्माण कोई आग नहीं जला रहा है, बल्कि राम मंदिर ऊर्जा को जन्म दे रहा है. इससे समाज के हर वर्ग के लिए उज्जवल भविष्य की ओर बढ़ने की प्रेरणा लेकर आया हूं.
ये भी पढ़ें: अयोध्या के साथ देश के इस राज्य में किया गया राम मंदिर का उद्घाटन, 7 साल में बनकर हुआ तैयार
पीएम मोदी ने कहा कि राम अग्नि नहीं हैं, राम ऊर्जा हैं. राम कोई विवाद नहीं हैं, राम समाधान हैं. राम सिर्फ हमारे नहीं हैं, राम सबके हैं. राम सिर्फ वर्तमान नहीं हैं, राम शाश्वत हैं. प्रधानमंत्री ने उन लोगों के बलिदान के लिए आभार व्यक्त किया जिन्होंने आज के दिन को संभव बनाया. उन्होंने संतों, कार सेवकों और राम भक्तों को श्रद्धांजलि दी. पीएम मोदी ने कहा कि आज इस ऐतिहासिक क्षण में देश उन विभूतियों को भी याद कर रहा है जिनके प्रयासों और समर्पण से यह शुभ दिन संभव हो सका है. राम के काम में अनेक लोगों ने त्याग और तपस्या की पराकाष्ठा दिखाई है. हम सभी उन अनगिनत भक्तों के ऋणी हैं राम की, उन अनगिनत स्वयंसेवकों और उन अनगिनत संतों की.
Source : News Nation Bureau