बलात्कार के मामले में सजा काट रहे डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम पर पत्रकार रामचंद्र छत्रपति हत्या मामले में 11 जनवरी क आने वाले फैसले से पहले हरियाणा के कई शहरों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई. आशंका जताई जा रही है कि फैसले के बाद राम रहीम के समर्थक एक बार फिर विरोध और हिंसात्मक प्रदर्शन कर सकते हैं. गुरमीत राम रहीम पत्रकार हत्या मामले का मुख्य आरोपी है. पंचकूला की विशेष सीबीआई अदालत इस मामले में सभी आरोपियों के खिलाफ फैसला सुनाएगी. जमानत पर बाहर चल रहे आरोपी निर्मल सिंह, कुलदीप सिंह और किशन लाल को तय तारीख पर कोर्ट में हाजिर रहने को कहा गया है.
इस फैसले को लेकर पंचकूला सहित अन्य इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है. रोहतक के डिप्टी एसपी ने कहा, 'डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम पर 11 जनवरी को हत्या मामले में आने वाले फैसले को देखते हुए हमने सुरक्षा कड़ी कर दी है. हमने 4 अधिक पुलिस पोस्ट बनाए गए हैं, जेल के आसपास 5 पैट्रोलिंग पार्टी, पीसीआर और 3 अन्य इंस्पेक्टर को ड्यूटी पर लगाया गया है.'
2002 में हुई थी पत्रकार की हत्या
गौरतलब है कि अक्टूबर 2002 में पत्रकार रामचंद्र छत्रपति को कथित रूप से राम रहीम के अनुयायियों द्वारा गोली मारी गई थी जिसके बाद अस्पताल में करीब एक महीने तक जूझने के बाद 21 नवंबर 2002 को उनकी मृत्यु हो गई थी. छत्रपति ने ही राम रहीम के आश्रम में साध्वियों के साथ हो रहे गलत कामों को लेकर अपने अखबार 'पूरा सच' में मोर्चा खोला था.
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इसी दौरान उन्होंने डेरा में हो रहे यौन शोषण के खिलाफ एक साध्वी द्वारा तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को लिखे गए पत्र को अपने अखबार में प्रकाशित किया था. उनकी हत्या के खिलाफ 2003 में मामला दर्ज किया गया था. बाद में यह मामला सीबीआई को सौंपा गया था.
रेप मामले में राम रहीम को मिली थी 20 साल की सजा
राम रहीम अपनी दो शिष्याओं से बलात्कार का दोषी करार दिए जाने के बाद रोहतक के सुनारिया जेल में 20 साल के कारावास की सजा काट रहा है. कोर्ट ने गुरमीत राम रहीम पर 30 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया था.
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सीबीआई कोर्ट ने राम रहीम को रेप केस में 25 अगस्त 2017 को दोषी ठहराया था. इसके बाद पंचकूला समेत पंजाब और हरियाणा के कई जगहों पर राम रहीम के उपद्रवी समर्थकों ने जमकर उत्पात मचाया था, इसमें 38 लोगों की जानें गई थी और 250 से अधिक घायल हुए थे. दंगाईयों ने कई गाड़ियों, मीडिया कर्मियों को नुकसान पहुंचाया था.
Source : News Nation Bureau