भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी (Nirav Modi) के खिलाफ प्रत्यर्पण की कार्रवाई में कांग्रेस के एक सदस्य और उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश के बचाव पक्ष के गवाह के तौर पर पेश होने के बाद केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस पर हमला बोला है. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस की ओर से एक पूर्व न्यायाधीश ब्रिटेन में न्यायिक प्रक्रिया को प्रभावित करने के लिए काम कर रहे हैं, हमारी जांच एजेंसी प्रभावी तरीके से इसका जवाब देगी. रविशंकर प्रसाद (Ravi Shankar Prasad) ने कहा कि कांग्रेस ने हर प्रकार से नीरव मोदी और मेहुल चौकसी को बचाने की कोशिश की. अब जब वो गिरफ्तार हो गए हैं, तो कांग्रेस से जुड़े एक रिटायर्ड जज उनको बचाने की कोशिश में लगे हैं.
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केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि नीरव मोदी से संबंधित मामले कांग्रेस के शासन के हैं. ये अधिकांश सब यूपीए-1 और यूपीए-2 में हुआ था. राहुल गांधी ने 13 सितंबर 2013 को नीरव मोदी के एक कार्यक्रम में भी शिरकत की थी. उन्होंने कहा कि 13 मई को मुंबई हाई कोर्ट के एक रिटायर्ड जज हैं, इन्होंने नीरव मोदी के डिफेंस विटनेस के रूप में ये स्टैंड लिया है कि नीरव मोदी के खिलाफ कोई केस नहीं है. उनको बचाने की पूरी कोशिश की गई है. प्रसाद ने कहा कि ये मुंबई हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज हैं. इन्हें प्रशासनिक कार्यों के लिए रिटायमेंट के 10 महीने पहले इलाहाबाद हाईकोर्ट ट्रांसफर किया गया था. रोचक बात है कि इन्होंने 13 जून 2018 को कांग्रेस की सदस्यता ली थी.
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— BJP (@BJP4India) May 14, 2020
उन्होंने कहा कि नीरव मोदी के खिलाफ प्रत्यर्पण की कार्यवाही में कांग्रेस के एक सदस्य, उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश बचाव पक्ष के गवाह के तौर पर पेश हुए, यह विपक्षी पार्टी का असली चेहरा दिखाता है. रविशंकर प्रसाद ने कहा कि अत्यधिक संदिग्ध परिस्थितियां बताती हैं कि कांग्रेस नीरव मोदी को बचाने के लिए हरसंभव कोशिश कर रही है.
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बता दें कि भारत सरकार ने बुधवार को भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी के खिलाफ धोखधड़ी और धन शोधन के मामले में यहां की एक अदालत में सबूतों के तौर पर और दस्तावेज जमा किए. नीरव लंदन की वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट अदालत में अपने भारत प्रत्यर्पण के खिलाफ मुकदमा लड़ रहा है. 49 वर्षीय नीरव दक्षिण-पश्चिम लंदन में वैंड्सवर्थ जेल में अपने कमरे से वीडियो लिंक के माध्यम से अदालती कार्यवाही में शामिल हो रहा है. उसे पिछले साल मार्च में गिरफ्तार करने के बाद से जेल में रखा गया है. वह पिछले साल से जमानत के बार-बार प्रयास कर चुका है, लेकिन उन्हें खारिज कर दिया गया क्योंकि उसके देश छोड़कर भाग जाने का खतरा है.
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