Advertisment

कृषि बिल पर फिर बोले रविशंकर प्रसाद, PM मोदी कुछ भी करेंगे तो राहुल गांधी को उसका विरोध करना है

वहीं केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद (Ravi Shankar Prasad) ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि भारत सरकार के द्वारा किसानों के लिए तीन बनाए गए, जिसके विरुद्ध झूठ की बुनियाद पर कांग्रेस पार्टी ने विरोध शुरू किया है.

author-image
nitu pandey
एडिट
New Update
RAVI SHANKAR PRASAD E

रविशंकर प्रसाद ( Photo Credit : ANI)

Advertisment

कृषि बिल पर सियासत जारी है. कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दल इस बिल का विरोध कर रहे हैं. वहीं केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद (Ravi Shankar Prasad) ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि भारत सरकार के द्वारा किसानों के लिए तीन बनाए गए, जिसके विरुद्ध झूठ की बुनियाद पर कांग्रेस पार्टी ने विरोध शुरू किया है. नरेंद्र मोदी का विरोध करना है, इसलिए विरोध करना है.

मीडिया से बातचीत करते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि नये कानून देश के 86 प्रतिशत छोटे और मझोले सरकार के हित में है. ये किसानों को मंडियों के शोषण से मुक्त करता है. ये बिल किसानों को बिचौलियों से मुक्त करता है. जबकी कांग्रेस और राजद (RJD) बिचौलियों के पक्ष में खड़ा है. मैं ये किसानों को कहता हूं कि न्यूनतम समर्थन मूल्य कभी खत्म नहीं होगा. देश के 11 करोड़ किसानों के खाते में 94 हज़ार करोड़ रुपए इस सरकार ने दिये हैं.

इसे भी पढ़ें:हाथरस कांड: पुलिस ने हर कदम पर बरती लापरवाही, Point के जरीए समझे पूरा मामला

बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आरजेडी ये बताए कि क्या कांग्रेस अगर बिचौलियों के साथ खड़ी है तो क्या वो भी खड़े हैं क्या. इस बिल के सारे विरोधियों का दृष्टिकोण झूठ पर आधारित है. इस बिल का विरोध किसानों के द्वारा नहीं हो रहा बल्कि राजनीतिक दलों के द्वारा हो रहा है. नरेंद्र मोदी कुछ भी करेंगे तो राहुल गांधी को उसका विरोध करना है.

और पढ़ें:साल दर साल बढ़ रहे महिलाओं के साथ अपराध के मामले, हैरान कर देंगे ये आंकड़े

बता दें कि 25 सितम्बर से 15 दिनों तक बीजेपी 7 राज्यों और यूटी में जनसंपर्क अभियान के जरिये कृषि बिल पर जागरूकता अभियान चला रही है. बीजेपी ने इस जनजागरण अभियान को आत्मनिर्भर किसान नाम दिया है. इस अभियान के तहत प्रत्येक गांव में इसे लेकर घर-घर संपर्क किया जा रहा है. प्रत्येक गांव में जनसभा का आयोजन किया जा रहा है और चौपाल पर कृषि सुधारों की चर्चा की जा रही है.

Source : News Nation Bureau

Advertisment
Advertisment