Reasi terror attack मामले में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बुधवार को पहली गिरफ्तारी की है. रियासी की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मोहिता शर्मा ने बताया कि, आतंकी हमले में एक को औपचारिक रूप से गिरफ्तार किया गया. वह मास्टरमाइंड नहीं है, लेकिन उसने हमले में अहम भूमिका निभाई है. बता दें कि, पुलिस के मुताबिक, राजौरी के रहने वाले आरोपी हाकिम दीन पर हमले के लिए आतंकियों को लॉजिस्टिक्स मुहैया कराने का संदेह है. बता दें कि, 9 जून को शिव खोरी गुफा मंदिर से रियासी जिले के कटरा जा रही तीर्थयात्रियों की बस पर पौनी इलाके के तेरयाथ गांव में आतंकवादी हमले में नौ लोगों की जान चली गई और 33 अन्य घायल हो गए.
17 जून को गृह मंत्रालय (एमएचए) ने आतंकी हमले का मामला राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंप दिया. यह निर्णय केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बैठक के दौरान लिया गया, जिन्होंने सुरक्षा बलों और खुफिया एजेंसियों को "आतंकवाद के खिलाफ कश्मीर घाटी में हासिल की गई सफलताओं को जम्मू क्षेत्र में दोहराने" का निर्देश दिया था.
तलाशी अभियान का विस्तार
गौरतलब है कि, इससे पहले खबर आई थी कि, जम्मू-कश्मीर पुलिस ने 50 संदिग्धों को हिरासत में लिया था. साथ ही व्यापक जांच सुनिश्चित करने के लिए और आतंकवादियों का पता लगाने के लिए तलाशी अभियान का विस्तार रियासी जिले के अरनास और महोर के दूर-दराज के इलाकों तक भी कर दिया गया है. मालूम हो कि, ये इलाके 1995 और 2005 के बीच आतंकवादियों के गढ़ रहे थे.
जानकारी मिली थी कि, महत्वपूर्ण सुरागों का खुलासा किया गया था, जिससे हमले की साजिश में शामिल लोगों की पहचान करने और पकड़ने में मदद मिल सकती थी. वहीं खोज अभियान का विस्तार सबूतों को उजागर करने और दूरदराज के क्षेत्रों में छिपे आतंकवादियों को पकड़ने के लिहाज से किया गया है.
Source : News Nation Bureau