अयोध्या के राम मंदिर में प्रुभ राम के विराजमान हुए एक महीना हो गया है. 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल हुए थे. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु अयोध्या आ रहे हैं. देश-दुनिया के कोने-कोने से रामभक्तों का सैलाब उमड़ रहा है. आपको जानकर हैरानी होगी कि एक महीने में 62 लाख भक्तों ने भगवान राम के दर्शन किए. साथ ही भक्तों ने रामलला को चढ़ावे के तौर पर 50 करोड़ रुपये की राशि भी दान की.
कैसे होती है पैसों की निगरानी?
ट्रस्ट कार्यालय प्रभारी प्रकाश गुप्ता के मुताबिक गर्भगृह के अनुसार, दर्शन पथ के पास चार बड़ी दान पेटियां बनाई गई हैं, जिसमें श्रद्धालु दान करते हैं. इसके अलावा 10 कम्प्यूटरीकृत काउंटरों पर भी लोग दान करते हैं.इन दान काउंटरों पर मंदिर ट्रस्ट के कर्मचारियों को नियुक्त किया गया है, जो शाम को काउंटर बंद होने के बाद प्राप्त दान का हिसाब ट्रस्ट कार्यालय में जमा करते हैं. वहीं, 14 कर्मचारियों की एक टीम चार दान पेटियों में आए चढ़ावे की गिनती कर रही है, जिसमें 11 बैंक कर्मचारी और तीन ट्रस्ट के कर्मचारी शामिल हैं. गुप्ता ने बताया कि सभी दान पेटी और गिनती की जगह सीसीटीवी लगाए गए हैं.
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कब खुलता है भगवान रामलला का कपाट?
आपको बता दें कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के एक महीने बाद भी मंदिर में भक्तों की भीड़ में कोई कमी नहीं आई है. अगर आप भी अयोध्या जाने का प्लान बना रहे हैं और भगवान राम के दर्शन करना चाहते हैं तो हम आपको बताएंगे कि आप कब मंदिर में रामलला के दर्शन कर सकते हैं. अगर आप दिल्ली से प्लान बना रहे हैं तो आप फ्लाइट्स, ट्रेन और बस से जा सकते हैं. आपको यहां से आसानी से अयोध्या के लिए कैब भी मिल जाएंगी. मंदिर प्रशासन के मुताबिक, रामलला की मूर्ति की शृंगार आरती 4.30 बजे शुरू होती है. सुबह 6.30 बजे मंगल प्रार्थना की जाती है. इसके बाद सुबह 7 बजे से भगवान राम के दर्शन के लिए दरवाजे खुल जाते हैं.
Source : News Nation Bureau