संसद के पहले सत्र में पिछले कई वर्षों से ज्यादा काम हुआ कुल 37 बैठकें हुईं और करीब 280 घंटे तक चली. लोकसभा स्पीकर ने बताया कि सत्र की पहली बैठक में 17 और 18 जून को कुल 539 सदस्यों ने शपथ ली. 19 जून को लोकसभा अध्यक्ष के निर्वाचन का प्रस्ताव रखा गया और सभा को मुझे चुनने के लिए गर्व महसूस कर रहा हूं.
बता दें 24 जून को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव को 13 घंटे की चर्चा के बाद स्वीकार किया. साथ ही अहम विधायी कामों को निपटाया गया. बजट पर 23 घंटे, रेलवे अनुदानों पर 13 घंटे, सड़क अनुदान मांगों पर 7 घंटे, ग्रामीण विकास अनुदानों पर 9 घंटे, युवा मामलों की मांगों पर 4 घंटे तक चर्चा चली. अन्य बकाया अनुदान मांगों को 17 जुलाई को रखा गया और स्वीकार किया गया. वर्तमान सत्र में कुल 36 विधेयक पारित हुए और संसद के अंदर 1992 से आज तक सबसे ज्यादा बिल पारित हुए.
- जम्मू और कश्मीर पुनर्गठन बिल, 2019
- जम्मू और कश्मीर आरक्षण (दूसरा संशोधन) बिल, 2019
- सर्वोच्च न्यायालय (न्यायाधीशों की संख्या) संशोधन बिल, 2019
- राष्ट्रीय डिज़ाइन संस्थान (संशोधन) बिल, 2019
- बांध सुरक्षा बिल, 2019
- कंपनी (संशोधन) बिल, 2019
- अंतरराज्यीय नदी जल विवाद (संशोधन) बिल, 2019
- रिपीलिंग और संशोधन बिल, 2019
- इनसॉल्वेंसी और बैंकरप्सी संहिता (संशोधन) बिल, 2019
- सूचना का अधिकार (संशोधन) बिल, 2019
- अनरेगुलेटेड डिपॉजिट स्कीम्स पर प्रतिबंध बिल, 2019
- आर्बिट्रेशन और कंसीलिएशन (संशोधन) बिल, 2019
- मोटर वाहन (संशोधन) बिल, 2019
- भारतीय एयरपोर्ट्स इकोनॉमिक रेगुलेटरी अथॉरिटी (संशोधन) बिल,
लोकसभा स्पीकर ने कहा, सदन ने करीब 70 घंटे देर तक बैठक चर्चा की साथ ही नए सांसदों को भी ज्यादा से ज्यादा प्रश्न पूछने का मौका मिला. लोकसभा में अब वंदे मातरम गाया जा रहा है और इसके बाद सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई है.