अयोध्या में राम मंदिर के भूमि पूजन की घड़ी अब नजदीक आ रही है. 48 घंटे से भी कम का वक्त बचा है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या में राम मंदिर की नींव रखेंगे. इस बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरफ से ट्वीट कर लोगों से अपील की गई है कि वो घर पर बैठकर ही ऐतिहासिक दृश्य का नजारा लें.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि राम मंदिर निर्माण कार्यक्रम में कुल 175 महानुभावों को आमंत्रित किया गया है. देश की कुल 36 आध्यात्मिक परंपराओं के 135 पूजनीय संतों की पावन उपस्थिति कार्यक्रम में रहने वाली है. इसके साथ ही अयोध्या के कुछ गणमान्य लोगों को आमंत्रित किया गया है.
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चंपत राय ने कहा कि देश के लगभग 2000 पावन तीर्थस्थलों की पवित्र मिट्टी और लगभग 100 पवित्र नदियों का पावन जल श्रीरामभक्तों द्वारा भूमि पूजन के निमित्त भेजा गया है. इसके अतिरिक्त देश भर से पूज्य शंकराचार्यों और पूजनीय संतों ने अपने प्रेम और श्रद्धा स्वरूप विभिन्न भेंट भेजी हैं.
हम सभी रामभक्तों से आह्वान करते हैं कि इस अवसर पर जैसा दिव्य वातावरण अयोध्या में दिख रहा है, वैसा ही देश के सभी नगरों और ग्रामों में दिखना चाहिए. भजन, कीर्तन, प्रसाद वितरण के कार्यक्रम सब स्थानों पर कोरोना महामारी की सावधानियां बरतते हुए आयोजित करने का हम करबद्ध निवेदन करते हैं.
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा है कि भूम पूजन कार्यक्रम में यहां से लेकर नेपाल के संतों को बुलाया गया है. कुछ लोग संतों को भी दलित कहते हैं जबकि वो लोग भगवान के लोग हैं. भारत के भूगोल का हर हिस्सा यहां से जुड़ा है. चंपत राय ने बताया कि पद्मश्री पा चुके फैजाबाद के मोहम्मद यूनुस को बुलाया गया है. वो लावारिस लाशों का अंतिम संस्कार करते हैं.
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सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चंपत राय ने कहा कि निमंत्रण पत्र पर सिक्योरिटी कोड है. ये केवल एक बार ही काम करेगा. जो प्रवेश करेगा, एक बार अंदर जाने के बाद दोबारा वापस नहीं आ सकता. एंट्री के दौरान कोई भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण नहीं जा सकता है.
Source : News Nation Bureau