जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में कुछ अज्ञात लोगों द्वारा कथित तौर पर एक पूजा स्थल में की गई तोड़फोड़ को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहा है. अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक, हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदायों के स्थानीय लोगों इस विरोध प्रदर्शन में शुमार हैं. डेप्युटी कमिश्नर विशेष पॉल महाजन ने बताया कि, पुलिस ने घटना का संज्ञान लिया है और प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
गौरतलब है कि, शनिवार शाम को धर्मारी इलाके के एक गांव में एक आगंतुक ने पूजा स्थल को क्षतिग्रस्त पाया, जिससे तनाव फैल गया और स्वत: विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया, प्रदर्शनकारियों ने दोषियों की पहचान करने और उन्हें दंडित करने की मांग की है.
भाईचारे को नुकसान पहुंचाने के लिए किया गया...
हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदायों के सदस्यों ने साथ मिलकर विरोध प्रदर्शन किया और कहा कि ऐसी घटनाएं जिले में सदियों पुराने भाईचारे को नुकसान पहुंचाने के लिए उनके बीच दरार पैदा करने का एक जानबूझकर किया गया प्रयास है.
अधिकारियों ने कहा कि, प्रदर्शनकारियों ने टायर जलाकर और धरना देकर जिले में मुख्य सड़क को अवरुद्ध कर दिया. उन्हें वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया है कि, मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और दोषियों को पकड़ने के प्रयास जारी हैं, जिसके बाद वे शांतिपूर्वक तितर-बितर हो गए.
शांति को नुकसान बर्दाश्त नहीं...
डेप्युटी कमिश्नर का कहना है कि, शांतिपूर्ण माहौल को खराब करने की कोशिश करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा. यह सांप्रदायिक सद्भाव के अलावा विकासात्मक गतिविधियों में बाधा डालने और तोड़फोड़ करने का एक प्रयास है. उन्होंने कहा कि, "यह मेरी गारंटी है... हम जिले में शांति को नुकसान पहुंचाने के किसी भी प्रयास को बर्दाश्त नहीं करेंगे."
Source : News Nation Bureau