दिल्ली की गणतंत्र दिवस परेड दुनियाभर में काफी मशहूर है. इसका आयोजन काफी भव्य स्तर पर किया जाता है. इस दिन पूरा देश लगातार घंटों तक इस परेड को तफ्सील से देखता है. यही वजह है कि हर कोई इस परेड के बारे में ज्यादातर बाते जानता है. हालांकि कुछ बाते ऐसी भी हैं, जिन्हें शायद आप नहीं जानते. इसलिए चलिए आज इस आर्टिकल में हम गणतंत्र दिवस परेड की कुछ ऐसे दिलचस्प तथ्यों पर गौर करें, जिनके बारे में शायद आज से पहले आपने सुना भी न हो...
- परेड पहले कर्तव्यपथ (राजपथ) पर नहीं, बल्कि लाल किला और रामलीला मैदान में की जाती थी.
- 1955 में राजपथ पर पहली परेड में मुख्य अतिथि पाकिस्तान के गवर्नर जनरल मलिक गुलाम मोहम्मद थे.
- जब परेड की शुरुआत का संकेत देने के लिए राष्ट्रगान गाया जाता है, तो सलामी के तौर पर 21 तोपों की धुन बजाई जाती है. हालांकि 21 गोलियाँ सुनाई देती हैं, वास्तव में केवल सात बंदूकें ही चलती हैं, प्रत्येक 3 बार.
- पूरा उत्सव एक संगीतमय माहौल है, जिसमें पूरे परेड में कई गाने बजाए जाते हैं. अधिकांश गाने बदलते हैं, लेकिन एक, जो साल-दर-साल स्थिर रहता है, वह है Abide With Me. यह
- एक ईसाई भजन है, जो जाहिर तौर पर एमके गांधी का पसंदीदा गाना था.
- हर साल तकरीबन 2 लाख के करीब लोग गणतंत्र दिवस परेड का शानदार प्रदर्शन देखने के लिए इंडिया गेट आते हैं.
- गणतंत्र दिवस परेड की सुरक्षा के मद्देनजर दिल्ली भर में तैनात कुल सुरक्षाकर्मी 35000 से 55000 के बीच होती है.
- प्रत्येक गणतंत्र दिवस पर स्कूली बच्चे विभिन्न भारतीय राज्यों का पारंपरिक संगीत और नृत्य प्रस्तुत करते हैं.
- एक और दिलचस्प तथ्य यह है कि भारतीय सैनिक अन्य देशों की तुलना में काफी तेजी से आगे बढ़ते हैं.
Source : News Nation Bureau