26 January: गणतंत्र दिवस (Republic day)के अवसर पर सरकार ने सोशल मीडिया पर निगरानी बढ़ा दी है. क्योंकि खुफिया जानकारी के मुताबिक सीमा पार के कुछ आतंकी आजादी के जश्न में खलल डालने की कोशिश में है. इसलिए सरकार ने अलर्ट जारी किया है. सूत्रों के मुताबिक सरकारी सुरक्षा एजेंसियों (security agencies) से मिले इनपुट के आधार पर सभी प्रदेशों को अलर्ट कर दिया गया है. साथ ही सोशल मीडिया (social media) के भी हर कमेंट पर अब पहरा होगा. यदि किसी ने भी जश्न में खलल डालने जैसा कोई पोस्ट किया तो उसकी खैर नहीं होगी. आपको बता दें कि दिल्ली एनसीआर (Delhi NCR) सहित वेस्ट यूपी के 6 बड़े जिलों की लगभग तीन करोड़ आबादी सोशल साइट्स पर एक्टीव है.
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सोशल साइट्स बनती हैं वजह
आपको बता दें कि सोशल साइट्स एक तरफ लोगों को अपनी बात कहने की आजादी देती हैं. लेकिन कई मायने में माहौल को बिगाड़ने के पीछे इन्हीं सोशल प्लेटफॅार्म का बड़ा रोल होता है. इसलिए अब सरकार ऐसे लोगों को कड़ी निगरानी बनाए हुए हैं. जो सोशल मीडिया के माध्यम से माहौल को बिगाड़ने का काम करते हैं. आपको बता दें कि अरब और आसपास के कई देशों के स्टूडेंट्स दिल्ली और मेरठ के प्राइवेट कॅालेजों में पढ़ाई कर रहे हैं. खुफिया एजेंसी ऐसे स्टूडेंट्स की सोशल साइट्स पर काफी करीब से नजर रखे हुए है. क्योंकि सोशल साइट्स की वजह से ही 15 अगस्त को एनआईए ने आईएसआई के सदस्य को धर दबोचा था.
देश विरोधी पोस्ट
सूत्रों का दावा है कि सोशल मीडिया पर कुछ असमाजित तत्वों का जत्था है. जो देश विरोधी बाते लिखकर देश के युवाओं को भड़काता रहता है. बाद में जब आईडी की खोज की जाती हैं तो सभी आईडी फर्जी पाई जाती हैं. सोशल मीडिया का साहरा लेकर ये आतंकी कोडवर्ड में अपनी संदेश एक दूसरे तक पहुंचाते रहे हैं. इसका उदाहरण कुछ सालों पहले मेरठ के केंट क्षेत्र से पकड़ा हुआ आतंकी है. जिसने अपने इंडियन आर्मी को अपना कोड वर्ड भी बताया था.
विदेशी स्टूडेंट्स पर भी नजर
वहीं सूत्रों का दावा है कि दिल्ली व आसपास के इलाकों में जमा विदेशी स्टूडेंट्स का भी डाटा तैयार किया जा रहा है. साथ ही उनकी हर गतिविधि पर सुरक्षा एजेंसियां नजर रखे हुए हैं. बताया जा रहा है कि प्राइवेट स्कूल-कॅालेज वालों से ऐसे स्टूडेंट्स की सूचि सौंपने के लिए कहा गया है. साथ ही वे किस हॅास्टल अथवा घर में रहते हैं इसकी जानकारी देने के लिए भी कहा गया है.
HIGHLIGHTS
- सरकार ने सोशल मीडिया पर बढ़ाई चौकसी, देश विरोधी पोस्ट पर होगी कार्रवाई
- दिल्ली एनसीआर के साथ वेस्ट यूपी के कई जिलों में फोर्स को किया अलर्ट
Source : News Nation Bureau
Republic day: आपके हर कमेंट पर पैनी नजर, 26 जनवरी पर खतरे का अलर्ट
26 January: गणतंत्र दिवस (Republic day)के अवसर पर सरकार ने सोशल मीडिया पर निगरानी बढ़ा दी है. क्योंकि खुफिया जानकारी के मुताबिक सीमा पार के कुछ आतंकी आजादी के जश्न में खलल डालने की कोशिश में है.
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26 January: गणतंत्र दिवस (Republic day)के अवसर पर सरकार ने सोशल मीडिया पर निगरानी बढ़ा दी है. क्योंकि खुफिया जानकारी के मुताबिक सीमा पार के कुछ आतंकी आजादी के जश्न में खलल डालने की कोशिश में है. इसलिए सरकार ने अलर्ट जारी किया है. सूत्रों के मुताबिक सरकारी सुरक्षा एजेंसियों (security agencies) से मिले इनपुट के आधार पर सभी प्रदेशों को अलर्ट कर दिया गया है. साथ ही सोशल मीडिया (social media) के भी हर कमेंट पर अब पहरा होगा. यदि किसी ने भी जश्न में खलल डालने जैसा कोई पोस्ट किया तो उसकी खैर नहीं होगी. आपको बता दें कि दिल्ली एनसीआर (Delhi NCR) सहित वेस्ट यूपी के 6 बड़े जिलों की लगभग तीन करोड़ आबादी सोशल साइट्स पर एक्टीव है.
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सोशल साइट्स बनती हैं वजह
आपको बता दें कि सोशल साइट्स एक तरफ लोगों को अपनी बात कहने की आजादी देती हैं. लेकिन कई मायने में माहौल को बिगाड़ने के पीछे इन्हीं सोशल प्लेटफॅार्म का बड़ा रोल होता है. इसलिए अब सरकार ऐसे लोगों को कड़ी निगरानी बनाए हुए हैं. जो सोशल मीडिया के माध्यम से माहौल को बिगाड़ने का काम करते हैं. आपको बता दें कि अरब और आसपास के कई देशों के स्टूडेंट्स दिल्ली और मेरठ के प्राइवेट कॅालेजों में पढ़ाई कर रहे हैं. खुफिया एजेंसी ऐसे स्टूडेंट्स की सोशल साइट्स पर काफी करीब से नजर रखे हुए है. क्योंकि सोशल साइट्स की वजह से ही 15 अगस्त को एनआईए ने आईएसआई के सदस्य को धर दबोचा था.
देश विरोधी पोस्ट
सूत्रों का दावा है कि सोशल मीडिया पर कुछ असमाजित तत्वों का जत्था है. जो देश विरोधी बाते लिखकर देश के युवाओं को भड़काता रहता है. बाद में जब आईडी की खोज की जाती हैं तो सभी आईडी फर्जी पाई जाती हैं. सोशल मीडिया का साहरा लेकर ये आतंकी कोडवर्ड में अपनी संदेश एक दूसरे तक पहुंचाते रहे हैं. इसका उदाहरण कुछ सालों पहले मेरठ के केंट क्षेत्र से पकड़ा हुआ आतंकी है. जिसने अपने इंडियन आर्मी को अपना कोड वर्ड भी बताया था.
विदेशी स्टूडेंट्स पर भी नजर
वहीं सूत्रों का दावा है कि दिल्ली व आसपास के इलाकों में जमा विदेशी स्टूडेंट्स का भी डाटा तैयार किया जा रहा है. साथ ही उनकी हर गतिविधि पर सुरक्षा एजेंसियां नजर रखे हुए हैं. बताया जा रहा है कि प्राइवेट स्कूल-कॅालेज वालों से ऐसे स्टूडेंट्स की सूचि सौंपने के लिए कहा गया है. साथ ही वे किस हॅास्टल अथवा घर में रहते हैं इसकी जानकारी देने के लिए भी कहा गया है.
HIGHLIGHTS
Source : News Nation Bureau