भारत आज अपना 72वां गणतंत्र दिवस (Republic Day) मना रहा है. राजपथ का नजारा इस बार कुछ अलग नजर आ रहा है. 55 साल बाद पहली बार ऐसा है जब गणतंत्र दिवस समारोह में कोई चीफ गेस्ट शामिल नहीं हुआ है. इससे पहले 1952, 1953 और 1966 में भी गणतंत्र दिवस परेड में कोई चीफ गेस्ट शामिल नहीं हुआ था. इस बार छोटे बच्चों को भी परेड में शामिल नहीं किया गया है.
आइए जानते हैं राजपथ पर गणतंत्र दिवस की परेड में क्या बदलाव हुए:-
- परेड में शामिल होने वाली झांकियों की संख्या 70 से घटाकर 32 कर दी गई हैं. इनमें 17 झांकियां राज्य और केंद्र शासित राज्यों की होंगी. 9 झांकियां अलग-अलग मंत्रालयों की होंगी. 6 झांकियां सुरक्षाबलों की होंगी.
- पहले परेड 8.2 किमी लंबी होती थी. इस बार 3.3 किमी लंबी होगी. परेड विजय चौक से नेशनल स्टेडियम तक ही जाएगी. पहले लालकिले तक जाती थी.
- परेड में शामिल सभी लोग फेस मास्क पहने रहेंगे. एंट्री गेट पर ही सभी की थर्मल स्क्रीनिंग होगी और सभी के हैंड सैनिटाइज कराए जाएंगे.
- परेड में मार्च पास्ट करने वाले सैन्य कंटीन्जेंट में 144 की बजाय 96 लोग होंगे.
- सवा लाख लोगों की बजाय इस बार सिर्फ 25 हजार लोग ही राजपथ पर परेड देखेंगे.
- 15 साल से छोटे बच्चों और बुजुर्गों को राजपथ पर आने की इजाजत नहीं होगी.
- पहली बार राफेल नजर आएगा, यह वर्टिकल चार्ली फॉर्मेशन में उड़ान भरेगा.
- वीरता पुरस्कारों की परेड और बहादुरी पुरस्कार हासिल करने वाले बच्चे भी 72वें गणतंत्र दिवस समारोह में नहीं होंगे.
- बिहार के दरभंगा जिले की रहने वाली भावना कांत गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल होने वाली पहली महिला फायटर पायलट होंगी.
- स्कूल और कॉलेज के 100 मेधावी छात्रों को प्रधानमंत्री के बॉक्स से गणतंत्र दिवस परेड देखने का मौका मिलेगा.