केंद्रीय कैबिनेट में फेरबदल की चर्चाएं जोर पकड़ती जा रही हैं. राजनीति जानकारों की मानें तो मोदी कैबिनेट में इस बार युवाओं को तरजीह मिल सकती है. जिन नेताओं को इस बार मंत्री पद की शपथ दिलाई जा सकती है, उनमें वरुण गांधी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, गोपीनाथ मुंडे की बेटी प्रीतम मुंडे, जामयांग सेरिंग नामग्याल, अनुप्रिया पटेल आदि के नाम शामिल हैं. हालांकि इनके अलावा सुशील मोदी, सर्बानंद सोनोवाल, नारायण राणे और भूपेंद्र यादव, उत्तर प्रदेश से बीजेपी यूपी प्रमुख स्वतंत्र देव सिंह सहित 27 नेताओं को भी केंद्रीय मंत्रिमंडल का हिस्सा बनाए जाने की चर्चा जोरों पर है.
वरुण गांधी- वरुण गांधी उत्तर प्रदेश के पीलीभीत से बीजेपी सांसद है. वह नेहरू-गांधी परिवार से आते हैं। उन्हें अपने आक्रामक तेवरों के लिए जाना जाता है. उनकी छवि कट्टर हिंदूवादी नेता के तौर पर रही है। उनके सिलेक्शन के पीछे अगला यूपी चुनाव भी एक वजह हो सकता है. वरुण गांधी भारतीय जनता पार्टी के नेता हैं और इंदिरा गांधी के छोटे बेटे संजय गांधी के बेटे हैं. वरुण गांधी उत्तर प्रदेश की पीलीभीत सीट से लोकसभा के सदस्य हैं.
ज्योतिरादित्य सिंधिया- मध्य प्रदेश के पूर्व कांग्रेस दिग्गज सिंधिया शामिल हैं, जो अब भाजपा में हैं. मध्य प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ से छत्तीस का आंकड़ा और पार्टी में उपेक्षा के चलते सिंधिया ने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया था. हालांकि उसी समय माना जा रहा था कि भाजपा नेतृत्व उनको राज्य सभा के रास्ते मोदी कैबिनेट में शामिल करा सकता है, लेकिन उस समय ऐसा नहीं हो पाया था. लेकिन अब अगर मोदी मंत्रिमंडल का विस्तार होता है तो उसमे सिंधिया की जगह लगभग पक्की मानी जा रही है.
प्रीतम मुंडे- प्रीतम मुंडे एक भारतीय राजनेत्री तथा वर्तमान में लोकसभा की सांसद है. वे बीड लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी दल से उपचुनाव जीती. प्रीतम भाजपा के धुरंधर नेता गोपीनाथ मुंडे की बेटी हैं. प्रीतम मुंडे एक हाई क्वालीफाइड नेता और पेशे से डॉक्टर हैं. सबसे बड़ी बात यह है कि वह महिला प्रतिनिधि भी हैं. राज्य में सबसे ज्यादा वोटों से लोकसभा का चुनाव जीतने का खिताब भी प्रीतम मुंडे के पास ही है. आपको बता दें कि महाराष्ट्र से अभी तक जितने भी नेता केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल हैं, उनमें एक भी महिला नहीं है. इस वजह से भी प्रीतम मुंडे को अगर मंत्री बनाया जाता है तो मोदी कैबिनेट में महाराष्ट्र की तरफ से वे पहली महिला होंगी.
जामयांग सेरिंग नामग्याल- जमयांग सेरिंग नामग्याल म्मू और कश्मीर के लद्दाख क्षेत्र में स्थित एक राजनीतिक कार्यकर्ता है. वह भौगोलिक रूप से भारत की सबसे बड़ी संसदीय सीट लद्दाख लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से लोक सभा सदस्य हैं. लद्दाख क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने के लिए उनको मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है.
अनुप्रिया पटेल- भारतीय जनता पार्टी के सहयोगी दल अपना दल की मुखिया अनुप्रिया पटेल के भी मोदी मंत्रिमंडल में शामिल होने की चर्चाएं जोरों पर हैं. पिछली बार भी अनुप्रिया पटेल मोदी सरकार की सबसे युवा मंत्री हैं तथा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री के रूप में कार्यरत थी. इनके पिता अपना दल के संस्थापक यशकाय डा0 सोनेलाल पटेल थे तथा माता श्रीमती कृष्णा पटेल जी हैं 2012 में अनुप्रिया पटेल उत्तर प्रदेश विधानसभा की सदस्य चुनी गईं. वह 2014 के आम चुनाव में मिर्जापुर के निर्वाचन क्षेत्र से भारत की संसद के निचले सदन लोकसभा के लिए चुनी गईं.
HIGHLIGHTS
- मोदी कैबिनेट में इस बार युवाओं को तरजीह मिल सकती है
- 27 नेताओं को भी मंत्रिमंडल का हिस्सा बनाए जाने की चर्चा
- वरुण गांधी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रीतम मुंडे के नाम शामिल