जेडीयू (जनता दल यूनाइटेड) के एनडीए ( राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) से गठबंधन के बाद बागी हुए वरिष्ठ नेता शरद यादव की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। राज्यसभा में पार्टी के नेता पद से हटाए जाने के बाद अब उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता भी दिखाया जा सकता है।
जेडीयू के प्रवक्ता अजय आलोक ने संकेत देते हुए कहा, 'अगर शरद यादव पार्टी के खिलाफ प्रदर्शन करते हैं या फिर नीतीश कुमार के खिलाफ अभियान चलाते हैं तो उन्हें राज्यसभा से इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने कहा, ' शरद यादव को राज्यसभा में पार्टी का पक्ष रखने के लिए पद दिया गया था ना कि किसी दूसरे काम के लिए। इसलिए अगर उनमें थोड़ी भी शर्म हैं तो उन्हें अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
शरद यादव के महागठबंधन में अभी भी शामिल रहने वाले बयान पर पलटवार करते हुए अजय आलोक ने कहा, बिहार की जनता ने महागठबंधन को वोट भ्रष्टाचार करने के लिए नहीं दिया था।
गौरतलब है कि एनडीए से गठबंधन के बाद बागी हुए शरद यादव इन दिनों बिहार दौरे पर हैं और अलग-अलग जिलों में अपने समर्थकों से मिल रहे हैं। पटना पहुंचकर उन्होंने कहा था वो अभी भी खुद को महागठबंधन का नेता ही मानते हैं।
19 अगस्त को पटना में जेडीयू के होने वाले कार्यकारिणी की बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार को जेडीयू के एनडीए में शामिल होने का औपचारिक ऐलान कर सकते हैं। 19 अगस्त को ही शरद यादव को भी पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है।
HIGHLIGHTS
- जेडीयू ने कहा अगर शरद यादव में थोड़ी भी शर्म बची हो तो राज्यसभा सांसद पद से दें इस्तीफा
- बिहार में महागठबंधन टूटने के बाद जेडीयू के एनडीए से गठबंधन करने पर खफा हैं शरद यादव
Source : News Nation Bureau