लोकसभा के बाद राज्यसभा में भी सूचना का अधिकार (RTI) संशोधन बिल 2019 ध्वनिमत से पास हो गया है. इसके विरोध में कांग्रेस ने राज्यसभा से वॉक आउट कर दिया. यह बिल लोकसभा से पहले ही पारित हो चुका है. सदन में अब विशेष उल्लेख के तहत सांसद अपने मुद्दे उठा रहे हैं. इसके बाद राज्यसभा की कार्यवाही शुक्रवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है.
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बता दें कि सूचना का अधिकार (RTI) संशोधन बिल पर चर्चा के बाद राज्यसभा में वोटिंग हुई. विपक्ष इस बिल को सेलेक्ट कमेटी के पास भेजने के लिए अड़ा है. टीएमसी के डेरेक ओब्राईन ने कहा, हम संसदीय परंपरा का पालन करते हैं और सरकार की बहुमत के सामने झुक नहीं सकते हैं. राज्यसभा में मत विभाजन संख्या सदस्यों को नहीं मिली है. इस वजह से पर्चियों के जरिए वोटिंग हुई. इसके बाद सदन में बिल को सेलेक्ट कमेटी में भेजे जाने का प्रस्ताव वोटिंग के बाद खारिज हो गया. इसके पक्ष में 75 और विपक्ष में 117 वोट पड़े. अब बिल को सेलेक्ट कमेटी के पास नहीं भेजा जाएगा, जिसकी मांग पर विपक्ष अड़ा हुआ था.
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राज्यसभा में वोटिंग के दौरान टीडीपी से बीजेपी में आए सीएम रमेश अपनी सीट से उठकर सांसदों से मिलने पहुंच गए. इस पर उपसभापति और विपक्षी सांसदों ने आपत्ति जताई. कुछ सांसदों ने सीएम रमेश को घेर लिया और उनसे भिड़ गए. इस दौरान सदन में धक्का-मुक्की भी देखने को मिली. अब सदन में विपक्षी सांसद वेल में आकर हंगामा कर रहे हैं. टीएमसी के कुछ सांसदों ने विरोध में अपने मत पत्र भी फाड़ दिए हैं.
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राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने कहा, हमें चेयर की पारदर्शिता पर विश्वास है, लेकिन यह किस तरह से 303 सीटें लाते हैं. उसका नमूना आज सदन में देखने को मिला है. ऐसी ही बीजेपी 303 सीटें जीतती हैं. संसद के अंदर मंत्री दखल दे रहे और सांसदों को प्रभावित करते हैं. सत्ताधारी दलों के लोग साइन कराकर वोट अपने पक्ष में ले रहे हैं. बीजेपी लोकतंत्र को खत्म कर रही है और हमारी पार्टी वॉक आउट करती है.