Advertisment

NRC को लेकर मुख्य चुनाव आयुक्त रावत का बड़ा बयान, असम में सिर्फ भारतीय को ही वोट देने का अधिकार

असम में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) का अंतिम ड्राफ्ट जारी हो गया और जैसा कि अनुमान लगाया जा रहा था, इसमें 40 लाख लोगों के नाम नहीं हैं।

author-image
kunal kaushal
एडिट
New Update
NRC को लेकर मुख्य चुनाव आयुक्त रावत का बड़ा बयान,  असम में सिर्फ भारतीय को ही वोट देने का अधिकार

मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत (फाइल फोटो)

Advertisment

असम में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) का अंतिम ड्राफ्ट जारी हो गया और जैसा कि अनुमान लगाया जा रहा था, इसमें 40 लाख लोगों के नाम नहीं हैं। इस मसले पर मुख्य चुनाव आयुक्त ओ. पी. रावत ने कहा कि असम में सिर्फ भारतीय को ही वोट देने के अधिकार होंगे। असम के मुख्य चुनाव अधिकारी से 10 दिनों के अंदर रपट मांगी गई है। असम में एनआरसी मसौदे के मुद्दे पर मुख्य चुनाव आयुक्त रावत ने कहा, 'एनआरसी ड्रॉफ्ट के अनुसार 40 लाख लोग भारतीय नागरिक नहीं हैं, लेकिन इसमें बहुत लोग 18 साल से कम के भी होंगे। अंतिम तौर पर जब एनआरसी आएगा, उसमें जो भारतीय नागरिक नहीं होगा, वह कानून के मुताबिक मतदाता नहीं हो सकता। साथ ही कानून के मुताबिक जो भारतीय नागरिक होगा, वही मतदाता हो सकता है।'

उन्होंने कहा, 'यह एनआरसी का अभी प्रारंभिक प्रकाशन है। इसके बाद दावे और आपत्तियां होंगी। उन पर निर्णय होने के बाद, उसके आधार पर तय होगा कि कौन एनआरसी के अंदर आएगा कौन नहीं। इसके बाद भी अंतर्राष्ट्रीय न्यायाधिकरण का मसला रहता है। अगर उनका मामला न्यायाधिकरण में चल रहा है और कोई स्पष्टता नहीं आती तो भी उनकी स्थिति फ्लूईड रहेगा। अंतिम तौर पर प्रकाशित होने के बाद जो भी भारतीय नागरिक होगा, वही मतदाता होगा।'

और पढ़ें: NRC लिस्ट में नाम नहीं तो भी जेल या भारत से बाहर नहीं भेजे जाएंगे लोग

रावत ने बताया कि उन्होंने असम से रपट मांगी है पूरे मसले पर, ताकि किसी मतदाता को तकलीफ न हो और न किसी तरह की भ्रांति पैदा हो। उन्होंने कहा, 'मतदाता सूची की समीक्षा हो रही है, चार जनवरी को प्रकाशन होगा और जब तक नागरिकता का मसला पूरा होगा तब तक पर्याप्त समय है। अभी कुछ भी कहने से इसमें भ्रांति पैदा होती है और लोगों के मन में अनावश्यक रूप से तनाव पैदा होता है।'

और पढ़ें- भारत के पांचवे राष्ट्रपति फख़रुद्दीन अली अहमद के परिवार का नाम NRC की लिस्ट में नहीं

एनआरसी प्रशासन ने व्यक्तिगत निजता का हवाला देते हुए लोगों के नाम निकाले जाने की वजह नहीं बताई है। एनआरसी को लेकर राजनीतिक पार्टियों में बहस जारी है।

Source : IANS

assam Election Commision OP Rawat NRC draft
Advertisment
Advertisment