#MeToo campaign के तहत विवाद में घिरे केन्द्रीय मंत्री एमजे अकबर पर इस्तीफे देने का दबाव बढ़ता जा रहा है. मीडिया रिपोर्ट के हवाले से खबर आ रही है कि एमजे अकबर नाइजीरिया का दौरा जल्द खत्म कर गुरुवार को भारत लौट सकते हैं. इस बीच बीजेपी नेता रीता बहुगुणा एमजे अकबर के पक्ष में उतरते हुए दिखाई दे रही हैं.
कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुई रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि प्रश्न इस्तीफे के बारे में नहीं है. सवाल यह है कि जब किसी पर आरोप लगाया जाता है तो इसे साबित किया जाना चाहिए. हर महिला को आरोप लगाने का अधिकार है और जांच भी होनी चाहिए. महिला को अपना पक्ष रखने का अधिकार है, तो पुरूष को भी उनका पक्ष रखने का अधिकार है.
मतलब साफ है कि रीता बहुगुणा जोशी चाहती है कि एमजे अकबर से इस्तीफा लेने से पहले पूरे मामले की जांच हो. बीजेपी नेता एमजे अकबर का पक्ष सुना जाए. इसके बाद कोई कदम उठाया जाए.
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बता दें कि प्रिया रमानी और प्रेरणा सिंह बिंद्रा नाम की दो महिला पत्रकारों ने एमजे अकबर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है. प्रिया रमानी का कहना है कि एमजे अकबर ने होटल के एक कमरे में इंटरव्यू के दौरान कई महिला पत्रकारों के साथ आपत्तिजनक हरकतें की हैं.
वहीं, प्रेरणा सिंह बिंद्रा नाम की महिला पत्रकार का कहना है कि उनके साथ हुई घटना 17 साल पुरानी है. अकबर उनसे अश्लील टिप्पणियां किया करते थे और उनका जीना मुश्किल कर दिया था. वह इतने सालों तक इसलिए चुप रहीं क्योंकि उनके पास सबूत नहीं थे. जिसके बाद कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के अलावा अन्य कई लोगों ने उनके इस्तीफे की मांग की है.
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Source : News Nation Bureau