एयर मार्शल आर. के. एस. भदौरिया अगले वायुसेना प्रमुख होंगे. इस संबंध में गुरुवार को जारी आधिकारिक बयान के अनुसार, वह एक अक्टूबर को भारतीय वायुसेना (आईएएफ) के प्रमुख की जिम्मेदारी संभालेंगे. एयर मार्शल भदौरिया हल्के लड़ाकू विमान (एलसीए) तेजस के आरंभिक नमूनों की उड़ानों में व्यापक रूप से शामिल रहे हैं और उन्होंने 26 विभिन्न लड़ाकू व मालवाहक विमानों की 4,250 घंटे की उड़ान भरी है.
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भदौरिया वर्तमान में वायु सेना के उप प्रमुख हैं. वह वर्तमान एयर चीफ मार्शल बी. एस. धनोआ के 30 सितंबर को सेवानिवृत्त होने पर वायुसेना प्रमुख का कार्यभार संभालेंगे. वायुसेना के विभिन्न विमानों में अपनी दक्षता के अलावा भदौरिया एक एक्सपेरिमेंटल टेस्ट पायलट, कैट 'ए' क्वालिफायड फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर और पायलट अटैक इंस्ट्रक्टर भी हैं. जिसके बाद वायु सेना में विभिन्न प्रमुख पदों पर वह जिम्मेदारी संभाल चुके हैं, जिनमें जगुआर स्क्वाड्रन और प्रमुख एयरफोर्स स्टेशन की अगुवाई के साथ-साथ एयरक्राफ्ट और सिस्टम परीक्षण केंद्र में फ्लाइट टेस्ट स्क्वाड्रन की कमान संभाल चुके हैं.
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मुख्य परीक्षण पायलट और एलसीए प्रोजेक्ट के राष्ट्रीय उड़ान परीक्षण केंद्र के प्रोजेक्ट डायरेक्टर रह चुके हैं. भदौरिया ने रूस में एयर अटैच के रूप में भी अपनी सेवा दी है. वह राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के कमांडेंट, सेंट्रल एयर कमान के सीनियर एयर स्टाफ ऑफिसर, डिप्टी चीफ ऑफ द एयर स्टाफ और उसके बाद दक्षिणी एयर कमान के कमांडिंग वायु सेना अधिकारी रहे हैं.
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दिलचस्प बात यह है कि आरकेएस भदौरिया का रिटायरमेंट भी धनोआ के साथ 30 सितंबर को ही होने वाला था, लेकिन अब जब सरकार ने उन्हें नया वायुसेना प्रमुख नियुक्त कर दिया है तो वह अब तीन साल तक या फिर 62 वर्ष की उम्र पूरी होने तक, जो भी पहले पूरी हो, एयरफोर्स चीफ के पद पर बने रहेंगे. चूंकि, भदौरिया 60 वर्ष के हैं, इसलिए वह 3 साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर पाएंगे और 2 साल बाद ही 62 वर्ष की उम्र पूरा करने पर वायुसेना प्रमुख पद से रिटायर हो जाएंगे.