कुछ साल पहले म्यांमार में शांतिप्रिय बौद्ध अनुयायियों पर हमले के बाद जवाबी प्रतिक्रिया से देश छोडने को मजबूर हुए रोहिंग्या मुसलमानों में से कुछ जिहाद के रास्ते पर चल पड़े हैं. खुफिया संस्थाओं ने इन्हें रोहिंग्या जिहादियों के नाम से नवाजा है. हाल-फिलहाल यही रोहिंग्या आतंकी संगठन भारत पर हमले की फिराक में हैं. सुरक्षा एजेंसियों को मिले इनपुट्स के अनुसार मलेशिया का आतंकी संगठन किसी महिला का इस्तेमाल भी कर सकता है. इसके साथ ही भारतीय खुफिया एजेंसियों को कुछ ऐसे वित्तीय लेन-देन का पता चला है, जिनका संबंध फरार इस्लामिक प्रचारक जाकिर नाइक से है. गौरतलब है कि जाकिर नाइक फिलहाल भारत से फरार होने के बाद मलेशिया में ही रह रहा है.
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महिला आत्मघाती हमले का कर सकती है नेतृत्व
अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक खुफिया एजेंसियां इनपुट्स के आधार पर मान रही हैं कि रोहिग्याओं से जुड़ा एक आतंकी संगठन भारत पर हमले की तैयारी कर रहा है. म्यांमार में प्रशिक्षण प्राप्त यह आतंकी ग्रुप महिला के नेतृत्व अगले कुछ हफ्तों में भारतीय शहरों को निशाना बना सकता है. इसे लेकर खुफिया एजेंसियों ने दिल्ली, हरियाणा, यूपी, बिहार और पश्चिम बंगाल की पुलिस और खुफिया एंजेंसियों को इस संबंध में अलर्ट किया गया है.
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2 लाख डॉलर की रकम दी गई आतंकियों को
इसके साथ ही खुफिया एजेंसियों को 2 लाख डॉलर के एक लेनदेन का पता चला है. इसका संबंध भारत से है और इसका लिंक विवादित इस्लामिक प्रचारक जाकिर नाइक और कुआलालांपुर के रोहिंग्या नेता मोहम्मद नसीर से जुड़ रहा है. जानकारी के मुताबिक इस रकम का कुछ हिस्सा चैन्नई के हवाला डीलर तक पहुंचा है. खुफिया जानकारी के अनुसार भारत पर हमले की फिराक में जुटा आतंकियों का यह समूह दिसंबर के मध्य या अंत तक बांग्लादेश के रास्ते भारत आ सकता है.
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पीएफआई कर सकता है आतंकियों की मदद
हमले की योजना में शामिल महिला की पहचान अभी नहीं हो पाई है, लेकिन सूत्रों के अनुसार ऐसा अनुमान है कि महिला को इसी साल मलयेशिया से म्यांमार ट्रेनिंग के लिए भेजा गया था. राज्यों को भेजे गए अलर्ट में खासतौर पर अयोध्या, बोधगया, पंजाब और श्रीनगर का जिक्र है. एजेंसियों को आशंका है कि पीएफआई से जुड़े कुछ लोग इस समूह को लॉजिस्टिक्स से मदद कर सकते हैं. खुफिया एजेंसियों यह पता लगाने कि कोशिश कर रही हैं कि क्या पिछले साल मलेशियां में रोहिंग्या शरणार्थियों के लिए धन जुटाने की वजह से नजर में आया रोहिंग्या आतंकियों का संगठन इस लेनदेन में शामिल है या नहीं.