आंध्रप्रदेश सरकार ने हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के पीएचडी स्कॉलर रोहित वेमुला का अनुसूचित जाति (एससी) का सर्टिफिकेट रद्द करने का फैसला किया है। वेमुला ने पिछले साल आत्महत्या कर ली थी।
गुंटूर के कलेक्टर ने कहा, 'रिपोर्ट आने के बाद वेमुला के परिवार को नोटिस भेजा गया है। उनसे पूछा गया है कि आखिर क्यों न उनका सर्टिफिकेट रद्द कर दिया जाए?'
गुंटूर के कलेक्टर की समीक्षा रिपोर्ट में कहा गया गया है कि रोहित वेमुला दलित नहीं था और उसने फर्जी तरीके से दलित होने का सर्टिफिकेट हासिल किया था, जिसे रद्द किए जाने की जरूरत है।
पिछले साल जिलाधिकारी ने राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग को बताया था कि रोहित अनुसूचित जाति से है। उन्होंने इसकी फिर से जांच का आदेश दिया था। जिला स्तरीय समीक्षा समिति की जांच के मुताबिक, रोहित और उनकी मां का स्टेटस ओबीसी था। बता दें कि पिछले साल 17 जनवरी को रोहित वेमुला ने अपने एक मित्र के होस्टल के कमरे में फांसी लगाकर जान दे दी थी।
यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर ने उन्हें और उनके 5 दोस्तों को निलंबित करने का आदेश जारी किया था। रोहित के फांसी लगाए जाने के बाद छात्रों ने वीसी के विरोध में लंबे समय तक प्रदर्शन किया था।
HIGHLIGHTS
- आंध्रप्रदेश सरकार ने पीएचडी स्कॉलर रोहित वेमुला का एससी सर्टिफिकेट रद्द करने का फैसला किया है
- हैदाराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के पीएचडी स्कॉलर रोहित वेमुला ने पिछले साल आत्महत्या कर ली थी