रोटोमैक लोन घोटाला मामले में केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने कंपनी के प्रोमोटर विक्रम कोठारी और उनके बेटे राहुल कोठारी को गिरफ्तार कर लिया है। पिछले चार दिनों से जांच एजेंसी उनसे पूछताछ कर रही थी।
कोठारी पर 3700 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप है। इसके पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कोठारी और उनके परिजनों को देश छोड़ने पर रोक लगा दी थी। मामला सामने आने के बाद सीबीआई ने कोठारी के कई ठिकानों पर छापेमारी की थी।
कोठारी के घर, दफ्तर, परिवार के बैंक लॉकरों और कोटक महिंद्रा बैंक में गहन पड़ताल की गई थी। ईडी ने उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया गया था।
कोठारी पर आरोप है कि उन्होंने सात बैंकों से 3,695 करोड़ रुपये (ब्याज सहित) का लिया कर्ज वापस नहीं किया है।
कोठारी के वकील शरद बिड़ला ने कहा कि रोटोमैक के मालिक ने कोई गलत काम या धोखाधड़ी नहीं की है और यह मामला केवल बैंक ऋण चुकाने का है।
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प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की एक टीम ने कोठारी के खिलाफ धन शोधन का मामला दर्ज कर लिया है और साथ ही उनके तिलक नगर स्थित निवास से जब्त दस्तावेजों और रिकॉर्ड की जांच की जा रही है।
बैंक ऑफ बड़ौदा ने पहले ही विक्रम कोठारी, उनकी पत्नी साधना और बेटे राहुल को ऋण न चुकाने पर डिफॉल्टर घोषित किया है।
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Source : News Nation Bureau