महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार में अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत पर तीखा हमला करते हुए बड़ा निशाना साधा है. दो बच्चों की नीति पर मोहन भागवत के बयान को आधार बनाते हुए नवाब मलिक ने कहा कि यदि भागवत नसबंदी को जबरिया लागू कराना चाहते हैं तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इसको लेकर कानून बनाने पर देर नहीं करनी चाहिए.
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महाराष्ट्र में पहले से है कानून
भागवत के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए नवाब मलिक ने कहा, 'मोहन भागवत दो बच्चों की नीति को कानूनी-जामा पहनाना चाहते हैं. हालांकि ऐसा लगता है कि वह यह भूल रहे हैं कि अन्य राज्यों की तरह महाराष्ट्र में इसको लेकर पहले से ही कानून है. महाराष्ट्र में तीन बच्चों का पिता स्थानीय निकाय चुनाव नहीं लड़ सकता है. इसके बावजूद भागवतजी नसबंदी को जबरिया लागू करना चाहते हैं, तो मोदीजी को कानून बनाकर नसबंदी लागू कर देनी चाहिए.'
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शिक्षा ही रोक सकती है अधिक बच्चों की परिपाटी
इसी के साथ कांग्रेस की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा जबरन थोपे गए आपातकाल और उसी दौरान संजय गांधी के जबरन नसबंदी अभियान की चर्चा करते हुए नवाब मलिक ने कहा, 'हम पहले भी देख चुके हैं कि जबरिया नसबंदी के अभियान का क्या हश्र हुआ था. अब देखते हैं कि मोदी सरकार इसको लेकर कैसे एक नया कानून बनाती है.' इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अशिक्षा की वजह से लोग अधिक बच्चे पैदा करते हैं. इसे समझते हुए मोदी सरकार को शिक्षा पर और अधिक खर्च करना चाहिए.
HIGHLIGHTS
- दो बच्चों की नीति पर मोहन भागवत के बयान पर नवाब मलिक का हमला.
- मोहन भागवत दो बच्चों की नीति को कानूनी-जामा पहनाना चाहते हैं.
- ऐसे में मोदीजी को कानून बनाकर नसबंदी लागू कर देनी चाहिए.