पूर्व आरएसएस विचारक के एन गोविंदाचार्य ने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया टीएस ठाकुर को चिट्ठी लिखकर नोटबंदी की वजह जिन लोगों की मौत हुई उन्हें मुआवजा दिलाए जाने का आग्रह किया है।
गोविंदाचार्य ने चिट्ठी में लिखा है 500 और 1000 रु के पुराने नोटों के बंद होने के बाद जितने लोगों की मौत हुई है उनके परिजनों को सुप्रीम कोर्ट के जरिए सरकार से मुआवजा दिलाया जाना चाहिए।
नोटबंदी पर मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए गोविंदाचार्य ने कहा कि सरकार ने इसे आपातकाल घोषित तो नहीं किया है लेकिन ये अघोषित आपातकाल है और संविधान के अनुच्छेद 360 के तहत जनता को आर्थिक आजादी है, सरकार को इस अधिकार की सुरक्षा करनी चाहिए थी जिसमें सरकार पूरी तरह फेल रही है।
सीजेआई को लिखी चिट्ठी पर गोविंदाचार्य का कहना है कि उनकी ये चिट्ठी एक याचिका की तरह ही है जो उन्होंने सीजेआई को भेजा है। बकौल गोविंदाचार्य बड़े नोटों के सरकार के बंद करने के फैसले के बाद देश में आर्थिक आपातकाल जैसा माहौल है और ऐसे समय में गरीबों के आर्थिक हितों की रक्षा के लिए कदम उठाना जरूरी है।
इतना ही नहीं गोविंदाचर्या ने कहा कि सरकार ने बिना किसी तैयारी के इतने बड़े फैसले को लागू कर दिया जिसकी वजह से 70 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। गोविंदाचार्य के मुताबिक सरकार के इस फैसले से लोग कैश के लिए दर दर की ठोकरें खा रहे हैं।
Source : News Nation Bureau