S-400 missile system: रूस के साथ बढ़ती दोस्ती के बीच भारत के लिए अच्छी खबर है. रूस बाकी बचे दो एस-400 मिसाइल सिस्टम की डिलीवरी 2026 तक करेगा. इससे आने वाले दिनों में ये तय हो जाता है कि बॉर्डर पर भारत की सुरक्षा और मजबूत होगी, जिससे चीन और पाकिस्तान नापाक हरकत नहीं कर पाएंगे. हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस की यात्रा पर थे. इस दौरे पर पीएम मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से एस-400 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम की डिलीवरी में तेजी लाने को कहा था. बता दें कि भारत ने रूस से पांच S-400 एयर डिफेंस सिस्टम खरीदे हैं, जिनमें से तीन तो भारत को मिल चुके हैं, लेकिन अभी दो एस-400 सिस्टम काफी दिनों से पेंडिंग हैं.
बाकी बचे S-400 की सप्लाई में देरी क्यों?
रूस का यूक्रेन से युद्ध चल रहा है, जिसके चलते वो भारत को इन दो एस-400 मिसाइल सिस्टम की सप्लाई समय पर नहीं कर पाया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मुद्दे को पुतिन से मीटिंग में उठाया था. अब रूस ने भारत से कहा है कि यूक्रेन से युद्ध के चलते वे भारत को समय पर एस-400 मिसाइल सिस्टम की सप्लाई नहीं कर पाए. रूस ने कहा है कि एस-400 की चौथी यूनिट मार्च 2026 तक और पांचवी यूनिट 2026 के अंत तक भारत में आ जाएगी.
Amid growing bonhomie, India asks Russia to advance S-400 missile system deliveries
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— ANI Digital (@ani_digital) July 12, 2024
इस एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम के बचे हुए यूनिट्स आने के बाद देश की सुरक्षा अभेद्य हो जाएगी. एस-400 मिसाइल सिस्टम के ऑपरेटर्स की ट्रेनिंग पूरी हो चुकी है.
किसी भी हवाई घुसपैठ से है निपट सकता
S-400 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम 400 किलोमीटर से अधिक दूरी तक टारगेट को भेदने में सक्षम है. भारत ने रूस से पांच एस 400 सिस्टम खरीदने के लिए 2019 में एक कॉन्ट्रैक्ट पर साइन किए थे.
#Russia 🇷🇺 to deliver the last 2 systems of S400 to IAF 🇮🇳 in 2026
The 4th system will be delivered in March of 2026 & 5th by the end of 2026. The delay of 2 years is due to supply chain issues caused by the Ukraine conflict. pic.twitter.com/ZAu6aon4aZ
— News IADN (@NewsIADN) July 12, 2024
रूस ने इनमें से तीन एयर डिफेंस सिस्टम की सप्लाई पहले ही कर दी है, जिन्हें भारत ने चीन और पाकिस्तान दोनों मोर्चों पर पहले ही तैनात कर चुका है. बाकी बचीं दो यूनिट्स की 2024 तक डिलीवरी होने की उम्मीद थी, लेकिन उनके अपने मुद्दों और वहां युद्ध के कारण सप्लाई में देरी हुई.
भारत ने इन S-400 मिसाइल सिस्ट्म को ऐसे क्षेत्रों में तैनात किया है, जहां से वे दुश्मन के लड़ाकू विमानों, क्रूज मिसाइलों और यहां तक कि बैलेस्टिक मिसाइलों की किसी भी हवाई घुसपैठ से निपट सकते हैं.
एयरफोर्स ने मजबूत की अपनी सैन्य ताकत
हाल के वर्षों में इंडियन एयरफोर्स ने अपनी ताकत में इजाफा किया है. उसने एयर डिफेंस क्षमताओं में काफी सुधार किया है. जब उसे ये दो और एयर डिफेंस सिस्टम मिल जाएंगे, तो उसके लिए गेम चेंजर साबित होंगे. सेना सीमा पर चीन और पाकिस्तान की भी नापाक हरकत को हवा में तबाह कर देगी. इंडियन एयरफोर्स ने हाल ही में स्वदेशी एमआर-एसएएम और आकाश मिसाइल सिस्टम्स के साथ-साथ इजरायली स्पाइडर क्विक रिएक्शन सरफेस-टू-सरफेस मिसाइल सिस्टम प्राप्त किए हैं. इंडियन एयर फोर्स ने 'कुशा' प्रोजेक्ट पर काम शुरू किया है. इसके जरिए लंबी दूरी पर दुश्मन के प्लेटफार्मों को नष्ट किया जा सकेगा. इस प्रोजेक्ट को विकसित करने में डीआरडीओ लगी हुई है.
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Source : News Nation Bureau