रूस ने भारत में नोटबंदी से हो रही परेशानी को लेकर राजनयिक स्तर पर विरोध जताया है। सूत्रों के अनुसार भारत में रूस के दूतावास ने विदेश मंत्रालय को अपनी समस्या से अवगत कराते हुए सरकार से तुरंत कार्रवाई की मांग की है।
सूत्रों के अनुसार पूरे मामले को विदेश मंत्रालय ने डिपार्टमेंट ऑफ इकॉनोमिक अफेयर्स को भेज दिया है। दिल्ली स्थित रूसी दूतावास में लगभग 200 लोग काम करते हैं। जिन्हें नोटबंदी के कारण नकदी की कमी का सामना करना पड़ रहा है।
8 नवंबर को नोटबंदी के बाद से आम लोगों को भी नकदी की समस्या से जूझना पड़ रहा है।
नोटबंदी के बाद से दूतावास द्वारा हफ्ते भर में अधिकतम 50,000 रुपये की निकासी सीमा तय किए जाने को 'अंतरराष्ट्रीय चार्टर का उल्लंघन' करार दिया है। रूस के अधिकारी फ्रेंक ने कहा, एक सप्ताह के खर्च के लिए दूतावास के लिए 50 हजार रुपया काफी नहीं है। विएना संधि के अनुसार यह हमारा फंड है।'
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HIGHLIGHTS
- नोटबंदी से रूसी दूतावास भी परेशान, विदेश मंत्रालय के सामने जताया विरोध
- रूसी दूतावास ने सरकार से तुरंत कार्रवाई की मांग की
- नकदी की समस्या से जूझ रहे हैं रूसी राजनयिक
Source : News Nation Bureau