रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) 6 दिसंबर को भारत आएंगे. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची (Arindam Bagchi) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि व्लादिमीर पुतिन 21वें इंडिया-रूस एनुअल समिट में हिस्सा लेंगे. 2019 में यह सालाना समिट हुआ था, जबकि कोरोना महामारी के चलते 2020 में समिट का आयोजन नहीं हो पाया था. इस बीच वर्चुअल मीटिंग के अलावा दोनों देशों के नेताओं के बीच 6 टेलीफोनिक कन्वर्सेशन हुआ है. इस सम्मेलन में क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दे पर विस्तार से बात होगी.
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पिछले कुछ समय से रूस और चीन के बीच नजदीकियां बढ़ी थीं और रूस ने चीन को कुछ हथियार भी सप्लाई किए थे. साथ ही पाकिस्तान की भी रूस से करीबी बढ़ रही थी. इस पर एक बार फिर रूस से भारत दोस्ती बढ़ाने का प्रयास कर रहा है. भारत और रूस की दोस्ती को लेकर पड़ोसी देश चीन-पाकिस्तान को मिर्ची लगी है. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के दौरे से भारत और मजबूत होगा. विदेश मंत्रालय ने 26/ 11 पर न्यूज नेशन के सवाल को कहा कि मुंबई हमले के गुनहगारों को जल्द से जल्द सजा मिले, यह हम और दुनिया के अन्य देश भी चाहते हैं. इसलिए आज पाकिस्तानी डिप्लोमेट को सम्मन किया था और उन्हें नोट वर्बल भी सौंपा. हम चाहते हैं कि पाकिस्तान जल्द से जल्द ट्रायल पूरा करे.
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विदेश मंत्रालय ने RIC मीटिंग को लेकर कहा कि रीजनल सिचुएशन पर काफी बातचीत हुई है. विदेश मंत्री ने ओपनिंग रिमार्क में भी रीजनल इशू पर बात की है. विदेश मंत्री ने कहा है कि आरआईसी देशों के लिए जरूरी है कि हम आतंकवाद, कट्टरपंथ और मादकपदार्थों की तस्करी के खतरों पर अपने-अपने दृष्टिकोणों को समन्वय में लाएं.
HIGHLIGHTS
- मुंबई हमले के गुनहगारों को जल्द से जल्द मिले सजा : विदेश मंत्रालय
- 21वें इंडिया-रूस सलाना समिट में हिस्सा लेंगे पुतिन
- RIC मीटिंग में रीजनल सिचुएशन पर काफी बातचीत हुई
Source : Madhurendra Kumar