भारत-चीन के संबंध अब भी काफी मुश्लिक दौर से गुजर रहे हैं. हालांकि, देश में कोरोना महामारी के दौरान रणनीतिक सामान की आवाजाही में ढील देने के संदर्भ में हाल में सकारात्मक चर्चा हुई है. विदेश मंत्री एस जयशंकर (EAM S Jaishankar) ने बुधवार को यह बात कही. एक ऑनलाइन सत्र में भारत-चीन संबंधों और हाल में चीन के विदेश मंत्री वांग यी से हुई चर्चा को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में एस जयशंकर ने यह बात कही. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि पिछली बातचीत काफी हद तक कोरोना महामारी पर केंद्रित थी और मेरी चर्चा का विषय था कि कोरोना वायरस निश्चित रूप से कुछ बड़ा है और यह हमारे साझे हित में है कि इससे निपटने के लिए दोनों देश मिलकर काम करें और यही बात विदेश मंत्र वांग यी ने भी मुझसे कही है.
एस जयशंकर ने आगे कहा कि संघर्ष, धमकी, जबरदस्ती और खूनखराबा सीमा पर हो और फिर आप कहे कि दूसरे क्षेत्रों में अच्छे संबंध बनाए हैं. यह वास्तविक नहीं है. वह ऐसा कुछ है, जिस पर हम कायम है और चीनी पक्ष के साथ चर्चा कर रहे हैं. कुछ क्षेत्रों में हमने प्रगति की है और अब भी कुछ क्षेत्रों में चर्चा चल रही है. उन्होंने कहा कि लेकिन हम तनाव कम करने के स्तर पर नहीं पहुंचे हैं, जो सैनिकों की वापसी के बाद ही आ सकती है.
जयराम रमेश ने दूतावासों में ऑक्सीजन की कमी बताई तो जयशंकर ने फटकार लगाई
आपको बता दें कि विदेश मंत्री एस. जयशंकर रविवार को कांग्रेस पर बरसे, जिसने यह बताने की कोशिश की थी कि केंद्र सरकार विदेशी दूतावासों में कोविड-19 चिकित्सा आपात स्थितियों में मदद पहुंचाने में विफल रही है. रविवार को, नई दिल्ली में न्यूजीलैंड दूतावास ने एक एसओएस को कांग्रेस के युवा नेताओं को टैग करते हुए ट्वीट किया, "क्या आप न्यूजीलैंड उच्चायोग में तत्काल ऑक्सीजन सिलिंडर की मदद कर सकते हैं? धन्यवाद."
युवा कांग्रेस के अध्यक्ष बी.वी. श्रीनिवास ने अनुरोध का जवाब दिया और एक घंटे बाद ट्वीट किया, "हम ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ न्यूजीलैंड उच्चायोग पहुंच गए हैं। कृपया द्वार खोलें और समय पर एक आत्मा को बचाएं." हालांकि, न्यूजीलैंड दूतावास ने जल्द ही माफी मांगते हुए कहा, "हम सभी स्रोतों से कोशिश कर रहे हैं कि ऑक्सीजन सिलिंडर की व्यवस्था तत्काल की जाए और हमारी अपील का दुर्भाग्य से गलत अर्थ निकाला गया है, जिसके लिए हमें खेद है."
न्यूजीलैंड दूतावास ने माफी तब मांगी, जब उसे पता चला कि जयशंकर ने कांग्रेस नेता जयराम रमेश को फटकार लगाई, क्योंकि उन्होंने शनिवार को सरकार पर फिलीपींस दूतावास में चिकित्सा आपातकाल के प्रति पूरी तरह से उदासीन और गैर-जिम्मेदार होने का आरोप लगाया था.
Source : News Nation Bureau